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Nse पूरा नाम क्या है अगर आप भी इस टॉपिक को इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं तो हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे इसलिए आपसे निवेदन है कि आर्टिकल को पूरा पढ़ें अभी जाकर आपको पूरी बात समझ में आएगी I nse full form in hindi
आप अगर लोग अगर शेयर बाजार में पैसे निवेश करते हैं तो आप लोगों ने सुना होगा कि आज NSE कितना अंक ऊपर गया और इतना नीचे
हम आपको बता दें कि NSE शेयर बाजार का एक महत्वपूर्ण भाग है और उसके बिना शेयर बाजार को संचालित करना लगभग नामुमकिन है
ऐसे में आप लोगों के मन में सवाल आता होगा कि NSE का पूरा नाम क्या है और इसका प्रमुख कार्य क्या है अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो आर्टिकल को आखिर तक पढ़ेंगे आइए जानते हैं-
NSE full form in hindi
Nse का पूरा नाम National Stock exchange of India Limited होता है, जिसे हिंदी में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड है.
Nse kya hai
Nse आज का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जिसे शेर वांट सिक्योरिटी भी डॉक्यूमेंट डिवेंचर जैसी चीजें इसके अंतर्गत सूचित की गई है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को इलेक्ट्रॉनिक पेंडिंग स्टॉक मार्केट भी कहा जाता है क्योंकि यहां शेयरों का लेनदेन और जो भी आवश्यक डॉक्यूमेंट है उसका पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन तरीके से होता है
इसका मुख्यालय मुंबई में है I नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत 1600 कंपनियां लिस्ट है इसके अलावा पूरे विश्व इसकी ग्लोबल रैंकिंग 11 है I Nse का सूचक इंटेक्स होता है इसके अंतर्गत भारत की 50 कंपनियां रजिस्टर्ड है इसके आधार पर ही इसका प्रदर्शन निर्धारित होता है
आसान शब्दों में समझें कि अगर कंपनी का प्रदर्शन खराब होता है तो इसका भी प्रदर्शन खराब में आ जाएगा कंपनियां रजिस्टर्ड है I
इसके आधार पर ही इसका प्रदर्शन निर्धारित होता है आसान शब्दों में समझें कि अगर कंपनी का प्रदर्शन खराब होता है तो इसका भी प्रदर्शन खराब हो जाता है I nse मार्केट में तेजी के साथ गिरावट आएगी
अगर इसका प्रदर्शन अच्छा होता है तो मार्केट में अच्छा खासा उछाल देखने को मिलेगा इसकी स्थापना 1992 में हुई थी I आज की तारीख में इसका टोटल मार्केट वैल्यू US$3.4 trillion ( August 22) है I इसके चेयरमैन गिरीशचंद्र चतुर्वेदी है I
Nse का इतिहास क्या है
जैसा की आप लोगों को मालूम है कि पहले के समय मुंबई एक्सचेंज ही हुआ करता था लेकिन 1952 में हर्ष मेहता स्कैम के बाद भारतीय से विद्यालयों में निवेशकों का विश्वास उसने लगा उसके बाद सरकार ने निवेशकों के हित की रक्षा के लिएसेबी की स्थापना किया गया था इसके बारे में आप लोग जरुर जानते होंगे से भी शेयर बाजार से जुड़े नियम और कानून बनाता है I
इसका पालन कंपनी और निवेशक को करना पड़ता है जब इसकी स्थापना की गई तो मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के निवेशकों को बिल्कुल पसंद नहीं आया और उन्हें इसके नियम कानून को मानने से इनकार किया इसके बाद सरकार ने मुंबई स्टॉक एक्सचेंज की तर्ज पर Nse इसकी स्थापना की है
इसका फायदा यह हुआ कि कोई भी ऑनलाइन धोखाधड़ी ऐसी घटना दोबारा से सेल बाजार में घटित नहीं हुई और भारतीय बाजारों पर निवेशकों का विश्वास और भी ज्यादा पक्का हुआ है जिसके कारण बाजार में अधिक मात्रा में विदेशी निवेशक भी पैसे लगाने लगे और देखते-देखते यह बाजार विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई बाजार में इसकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण है

NSE का उद्देश्य और कार्य
NSE की स्थापना निम्न उद्देश्यों को ध्यान में रखकर हुई थी.
- शेयर ट्रेडिंग को प्रोत्साहित करना ताकि अधिक से अधिक लोग शेयर बाजार में पैसे
- भारतीय शेयर बाजार को पारदर्शी और जवाबदेह बनाया गया
- इसके माध्यम से शेयर बाजार को आधुनिक और विकसित बनाया गया
- शेयर बाजार में होने वाले धोखाधड़ी घटनाओं पर अंकुश लगाया गया ताकि निवेशकों के हितों की रक्षा अच्छी तरह से की जा सके
- निवेशक को इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान किया
- भारतीय शेयर बाजार को अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार स्थापित कर उसका आधुनिकरण किया गया
निफ्टी क्या है
अगर आप शेयर बाजार के बारे में जानकारी रखते हैं तो आप लोगों ने सुना होगा कि Niffty आज इतने अंक नीचे गिर गया ऐसे में आप लोगों के मन में सवाल तुझको आता होगा कि आखिर में Nifty क्या होता है आपको बता दें कि Niffty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स होता है
इसके माध्यम से इसका प्रदर्शन मापा जाता है अगर Niffty नीचे की तरफ जाता है तो उसका मतलब साफ है कि बाजार के हालात बहुत खराब है और ऊपर जाने से मतलब होता है कि बाजार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है इसकी स्थापना 1996 में हुई थी इसके अंतर्गत top 50 कंपनियां Listed की गई हैं I
NSE और BSE में अंतर
Nse और Bse मैं निम्नलिखित प्रकार के अंतर है जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे जो इस प्रकार है-
- NSE का पूरा नाम National Stock Exchange है इसके विपरीत.BSE का पूरा नाम Bombay Stock Exchange है.
- NSE की स्थापना 1992 में हुआ था. BSE की स्थापना 1875 में हुई थी.
- NSE भारत का दूसरा स्टॉक एक्सचेंज है. जबकि BSE इंडिया का पहला और पुराना स्टॉक एक्सचेंज मार्केट है
- NSE का इंडेक्स Nifty है. इसके तहत शीर्ष 50 कंपनियों को Listed किया गया है.BSE का इंडेक्स Sensex है. इसके अंतर्गत top 30 कंपनियों को लिस्टेड किया गया है I
- इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम को NSE ने 1992 में शुरू किया था. BSE के द्वारा 1995 में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम की शुरुवात की.
- NSE को 1993 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में पहचान मिली. BSE को 1957 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में पहचान मिली.
- NSE की ग्लोबल रैंक 11 जबकि. BSE की ग्लोबल रैंक 10 है.
- NSE में 1600 से भी अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं. BSE में 5500 से अधिक कंपनियां लिस्टेड की गई हैं
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