सेमीकंडक्टर चिप से भारत करेगा चीन को चित: वेदांता और फॉक्सकॉन गुजरात में लगाएंगी देश का 1st सेमी कंडक्टर सयंत्र 

सेमी कंडक्टर चिप से भारत करेगा चीन को चित” वेदांता और फॉक्सकॉन गुजरात में लगाएंगी देश का पहला सेमी  कंडक्टर सयंत्र 

सेमीकंडक्टर संयंत्र

भारतीय समूह की कंपनी वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन 1.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश करने के साथ गुजरात में देश का पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करेगी।

कोरोना महामारी जितनी घातक इंसानों के लिए साबित हुई, उतनी ही विनाशकारी इंडस्ट्री अर्थव्यवस्था के लिए भी सिद्ध हुई। मोबाइल से लेकर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री अब तक सेमीकंडक्टर के बड़े संकट का सामना कर रही हैं

 सेमी कंडक्टर के मामले में भारत अब तक लगभग चीन पर निर्भर था। लेकिन अब भारत में दुनिया की सबसे बड़ी सेमि कंडक्टर चिप फैक्ट्री बनने जा रहा है।

Chip Shortage

भारतीय समूह की कंपनी वेदांता और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र की दिग्गज फॉक्सकॉन ने गुजरात में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले एफएबी विनिर्माण इकाई स्थापित के लिए राज्य सरकार के साथ सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं।

 गांधीनगर में मंगलवार को आयोजित समारोह कार्यक्रम में रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस कार्यक्रम पर कहा कि दोनों कंपनियां  मिलकर गुजरात में यह संयंत्र लगाने पर लगभग 1,54,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।

 इससे लगभग एक लाख लोगों को रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए अपना पूरा सहयोग उपलब्ध कराएगी।

सेमीकंडक्टर चिप से भारत करेगा चीन को चित: वेदांता और फॉक्सकॉन गुजरात में लगाएंगी देश का पहला सेमी कंडक्टर सयंत्र 
सेमीकंडक्टर चिप से भारत करेगा चीन को चित:

वेदांता और फॉक्सकॉन भारत में बनाएंगी चिप

भारतीय समूह की कंपनी वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन मिलकर 1.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ गुजरात में देश का पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करेगी। 

वेदांत और फॉक्सकॉन मिलकर के संयुक्त उद्यम को स्थापित करके डिस्प्ले एफएबी विनिर्माण इकाई, सेमीकंडक्टर असेंबलिंग और टेस्टिंग इकाई राज्य के अहमदाबाद जिले में 1000 एकड़ क्षेत्रफल में सेमी कंडक्टर के प्लांट को स्थापित किया जायेगा ।

 इस सेमी कंडक्टर सयंत्र संयुक्त उद्यम में दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी लगभग क्रमशः 60 और 40 प्रतिशत होगी। 

2 साल में शुरू होगा संयंत्र

भारतीय कंपनी वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने मंगलवार को गुजरात सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के बाद  कहा, ‘‘इस स्थापित किये गये संयंत्र से लगभग दो साल में उत्पादन करना शुरू कर देगा।’’

सेमीकंडक्टर या माइक्रोचिप्स का उपयोग कई डिजिटल उपभोक्ता उत्पादों में आवश्यक चीज के रूप में उपयोग होता है। इस सेमी कंडक्टर चिप का उपयोग कारों से लेकर मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड आदि जैसे के उत्पादन में किया जाता है। 

भारत में 27 अरब डॉलर का बाजार

भारतीय सेमी कंडक्टर बाजार का मूल्य वर्ष 2021 में लगभग 27.2 अरब डॉलर का था। इस क्षेत्र के 19 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर के साथ वर्ष 2026 तक लगभग 64 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि, इनमें से कोई भी चिप्स अब तक भारत में निमार्ण नहीं हुआ है।

 पिछले साल सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में भारी मात्रा में कमी ने इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन सहित कई प्रकार के उद्योगों को सामान्य रुप से प्रभावित किया।

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सरकारी पीएलआई योजना का मिलेगा लाभ

सरकार ने ताइवान और चीन जैसे देशों से आयात पर निर्भरता कम करने के लिए एवं निर्भरता से मुक्त होने के लिए देश में सेमी कंडक्टर्स के विनिर्माण के लिए प्रोत्साहन से जुड़ी वित्तीय योजना लेकर हमारे सामने आई है।

 इस कड़ी में वेदांत और फॉक्सकॉन सेमी कंडक्टर्स के लिए उत्पादन सम्बंधित से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के सफल आवेदकों में से एक है। 

सस्ते होंगे लैपटॉप और टैबलेट

भारतीय कंपनी के चेयरमेन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘देश में हमारा यह पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित होगा। सेमी कंडक्टर चिप्स के स्थानीय निर्माण से लैपटॉप और टैबलेट की कीमतों में कमी देखने में आएगी।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समझौता ज्ञापन की सराहना करते कहा कि यह अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा और जो कई लोगों को रोजगार प्रदान करेगा।

पीएम मोदी ने किया ये ट्वीट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि यह एमओयू भारत की सेमीकंडक्टर विनिर्माण के महत्व को तेज करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जिससे भारत में सेमी कंडक्टर के क्षेत्र में आयात में कमी आयेगी।

मोदी ने कहा, ‘‘कुल 1.54 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा। देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसर को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 यह सहायक उद्योगों के लिए एक बड़ा पारिस्थितिकी तंत्र भी बनाएगा और हमारे एमएसएमई की मदद करेगा।’’ जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था में काफी मददगार सावित होगा।

ये कंपनियों भी लगाएंगी सेमीकंडक्टर संयंत्र

वेदांत और फॉस्कान के अलावा दुबई की कंपनी नेक्स्ट ऑर्बिट और इजराइल की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी टॉवर सेमी कंडक्टर के एक संघ एवं समूह ने मैसूर में एक संयंत्र स्थापित करने के लिए कर्नाटक सरकार के साथ मिलकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं।

 वहीं, सिंगापुर की आईजीएसएस वेंचर ने अपनी सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित करने के लिए स्थान तमिलनाडु को चयनित किया है। 

ये हैं तीन सबसे बड़े खिलाड़ी

दुनिया में उपयोग होने वाले सभी चिप का आठ प्रतिशत लगभग ताइवान में बनता है। इसके बाद चीन और जापान में बनता  है। उन्होंने कहा, ‘‘आगामी संयंत्र के हो जाने से भारत में सेमी कंडक्टर चिप निर्माण की शुरुआत होगी।

 यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे अन्य देशों पर हमारी निर्भरता कम होगी। ’’ भारत में इस सेमी कंडक्टर सयंत्र स्थापित हो जाने के बाद कई लोगों के लिये रोजगार उपलब्ध होगा और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये मददगार सावित होगा।