Bageshwar Dham: जयपुर के इस युवक ने बीच दरबार मे कर दीं ऐसो हरकत की बाद उसके माता-पिता ने मांगी गुरूजी से माफ़ी, देखिये पूरा वीडियो
हेलो दोस्तों बागेश्वर धाम सरकार के दिव्य दरबार मे हमेशा आने चमत्कारो को होता देखा होगा। जिसमें आपको साफ तौर पर दिखाई देता है कि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी अर्जी लगने वाले व्यक्ति की मन की बात को पर्चे पर लिखते हैं और उनकी यह बात पूरी तरह से सत्य भी निकलती है क्योंकि जो कुछ भी अर्जी लगने वाले व्यक्ति की समस्या होती है वह पर्ची पर पूरी तरह से सही लिखी होती है।
लेकिन इस बार मामला कुछ अलग हो गया, जिसमें सीकर में लगे दरबार एक शख्स की अर्जी पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने लगाई और उसकी समस्या को अपने पर्चे पर लिखा। लेकिन युवक ने उसे पर्ची में लिखी बात को सही ना लिखा होने का दावा कर दिया, इसके बाद वहां पर अच्छा खासा बवाल शुरू हो गया।
एक शब्द को लेकर युवक ने की बहस
दरअसल मामला कुछ यह है कि जयपुर से आए एक व्यक्ति की अर्जी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने लगाई जिसमें उसकी समस्या को अपने पर्चे पर लिखा। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बिल्कुल वही बातें अपने पर्चे पर लिखी जो उस युवक की समस्या थी या फिर जिस बात की अर्जी लेकर वह दरबार में आया था, उसे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने पर्चे पर वैसा ही लिख दिया।
लेकिन जयपुर से आए उसे व्यक्ति ने पर्ची में से एक शब्द को मानने से इनकार कर दिया और इस शब्द से ही पर्चे का पूरा मामला संबंधित था।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के उसे परिचय में लिखा हुआ था केवल देखने चले आए स्वतः बोलने लगेंगे लव (प्रेम) के बारे मे कहेँगे। लेकिन उस शख्स ने पर्ची में लिखे लव शब्द को मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद बीच दरबार में बवाल खड़ा हो गया, इसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अनेक लोगों को मंच पर बुलाया और उनसे यह पर्चा पड़वाया। सभी लोगों ने पर्ची में इस बात को बताया जो पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था।
लेकिन मामला यहीं नहीं रुक उस शख्स ने फिर भी यह मान ने से इनकार कर दिया जिसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उसे व्यक्ति को अपने पसंद के व्यक्ति को बुलाने के लिए कहा। उसके बाद जयपुर के उस व्यक्ति ने अपनी मां को पर्चा पढ़ने के लिए मंच पर बुलाया। कुछ देर बाद उसकी मां मंच पर आती है और पर्ची को पड़ती हैं जिसमें उन्होंने भी यह माना कि पर्चे में ठीक वही लिखा हुआ है जो पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी कह रहे हैं।

माता-पिता ने मांगी माफ़ी
जयपुर के आये शख्स के माता-पिता मंच पर आए और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से अपने बालक की इन हरकतों के लिए माफी मांगी। इस बीच लड़के के माता-पिता रोते हुए भी नजर आए, लेकिन पंडित धीरेन्द्र ने कृष्ण शास्त्री ने उन्हें सहानुभूति दी और अंत में आशीर्वाद भी दिया।
उसके माता-पिता ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बताया कि इसने पूरे घर को परेशान कर रखा है। हमारा पूरा घर इसकी वजह से बर्बाद है युवक के पिता ने मंच पर आकर यह तक कह दिया कि आज से यह मेरा बेटा नहीं है।

करीब 30 मिनिट चलता रहा बवाल
दरअसल जयपुर से आए इस युवक की बात इतनी अधिक बढ़ गई थी कि इतनी जल्दी इसका निपटारा न हो सका और करीब 30 मिनट तक इस पर बहस होती रही।हालांकि अंत में उसे व्यक्ति ने बालाजी के चरणों में माफी जरूर मांगी लेकिन उसके बावजूद भी वह पर्चे में लिखा वह एक शब्द को करने को तैयार नहीं हुआ। इसी वजह से मामला इतना अधिक बढ़ गया की करीब 30 मिनट तक यह अर्जी चलती रही।
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार मे पहली बार ऐसा हुआ की किसी एक व्यक्ति की व्यक्तिगत कारणों की वजह से इतना अधिक समय करीब आधे घंटा उसके लिए देना पड़ा।
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