अमीरा शाह की सफलता की कहानी
कौन हैं अमीरा शाह, जिन्होंने एक छोटी सी लैब को बना दिया 9,000 करोड़ की कंपनी
अमीरा शाह मेट्रोपोलिस कंपनी की MD है। अमीरा शाह ने अमेरिका की टैक्सास यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है अमीरा शाह (Metropolis MD Ameera Shah) का कहना है कि महिलायों के लिए उद्यमियों की राह बहुत मुश्किल भरी होती है।
महिला को किसी व्यापार को करने के लिये कर्ज देने में भी लोग बहुत हिचकिचाते हैं। मेट्रोपोलिस की MD अमीरा शाह का कहना है कि किसी महिला द्वारा किए जाने वाले किसी व्यापार की उन्नति के लिए महिलाओं को सपोर्ट करने की जरूरत है।
क्योंकि वे भी बहुत अच्छे से ब्यापार कर सकती हैं। न कि उन्हें व्यापार करने में मुश्किलें पैदा करना है। कोई भी महिला सही तौर तरीके अपनाते हुये किसी भी प्रकार का बिजनेस में सफलता पा सकती हैं। ऐसा नहीं है कि महिलाओं में बिजनेस का जोखिम उठाने की क्षमता नहीं होती है।
महिलाओं में भी बिजनेस करने के लिए उपयुक्त क्षमाताऐं होती है। जिससे महिलाएं भी बहुत अच्छे से व्यापार कर सकती है।
मेट्रोपोलिस कंपनी 2019 में शेयर बाजार की सूची दर्ज हुई थी। मेट्रोपोलिस कंपनी की वर्तमान में कीमत अब लगभग 9000 करोड़ रुपए है। अमीरा शाह ने अपने पिता के साथ मिलकर 2.5 करोड़ रुपये से मेट्रोपोलिस कंपनी की शुरुआत की थी।
नई सोच,नई उमंग,मेहनत और ईमानदारी से किसी भी प्रकार के बिजनेस को सफलता की ओर पहुंचाया जा सकता है, इसका जीता जागता उदाहरण है अमीरा शाह (Ameera Shah) मेट्रोपोलिस कंपनी की एमडी है।
पहली भारतीय अंतरराष्ट्रीय पैथोलॉजी लैब मेट्रोपोलिस की आधारशिला रखने वाली पहली भारतीय महिला अमीरा शाह है। जिनकी बिजनेस के क्षेत्र में सफलता अपने आप में बहुत ही अलग है है। अपने पिता की एक छोटे से कमरे में चलने वाली पैथोलॉजी लैब अमीरा शाह ने बदल दिया करोड़ों की कंपनी में।
अमीरा शाह की कंपनी जो आज वर्तमान में 7 देशों में काम कर रही है। जहां पर आज मेट्रोपोलिस कंपनी की लगभग 171 लैब्स काम कर रही हैं। अमीरा शाह के माता पिता दोनों ही डॉक्टर है। अमीरा शाह ने अमेरिका की टेक्सास यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में ग्रेजुएशन करने वाली महिला थी।
अमीरा शाह | मेट्रोपोलिस कंपनी की MD |
पहली भारतीय अंतरराष्ट्रीय पैथोलॉजी लैब मेट्रोपोलिस की आधारशिला रखने वाली | अमीरा शाह |
अमीरा शाह का पिता का नाम | डॉक्टर सुनील शाह |
अमीरा शाह का पिता का नाम डॉक्टर सुनील शाह है। जोकि उनके पिता ‘डॉ. सुशील शाह लैबोरेटरी’ नाम से एक पैथोलॉजी लैब चलाते थे।
बांग्लादेश ग्रामीण बैंक के फाउंडर और नोबेल पुरसकार से सम्मानित मुहम्मद यूनुस से प्रभावित अमीरा शाह (Ameera Shah) ने 2001 में अमेरिका से भारत वापिस लोटी और अमेरिका से वापिस आने बाद अमीरा शाह ने अपने पिता के लैबोरेटरी बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए मन में विचार किया और उन्होंने अपना लक्ष्य निश्चित किया।
उनका उद्देश्य पैथोलॉजी लैब्स का पूरे देश में नेटवर्क बनाना था। आज वो अपने इस उद्देश्य में सफल हो चुकी हैं। आज मेट्रोपोलिस कंपनी कंपनियों की सूची में दर्ज है, जिसका निवेश आज करीब 9 हजार करोड़ रुपये है। मेट्रोपोलिस कंपनी 2019 में शेयर बाजार की कंपनियों की सूची में आयी थी।
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अमीरा शाह की सफलता का राज क्या है
एक समाचार पत्र में अमीरा शाह (Ameera Shah) ने बताया कि लैब्स के ग्राहक का विश्वास जीतना बहुत बड़ी चुनौती पूर्ण काम था। इसलिए डॉक्टर्स और मरीज के बीच इम्पैथी, इंटेग्रिटी और एक्युरेसी पर फोकस किया। अमीरा शाह का कहना है कि शुरुआत में हमारे पास बहुत मजबूत मेडिकल टीम थी, लेकिन सेल्स, मार्केटिंग में हमारी टीम बहुत कमजोर थी।

इस कमी को दूर करने बहुत प्रयास किया। हमारे साथ हमारी टीम में जुड़े अधिकतर लोग मेडिकल बैकग्राउंड से थे और वे जो व्यापार एक प्रकार का दृष्टिकोण होता है वे इस व्यापार के दृष्टिकोण से कम सोच पाते थे। धीरे-धीरे उन्हें बिजनेस के अनुसार सोचने और योजना बनाने के लिए प्रेरित करने का काम किया।
इससे न केवल बिजनेस के व्यापार में तेजी से बृद्धि हुई, बल्कि ग्राहकों का विश्वास भी बढ़ता गया। जिससे हमें बिजनेस के व्यापार करने में सफलता मिलती गई और हमारा बिजनेस धीरे-धीरे पूरे देश में फैलता गया।
अपनी कंपनी में मीरा शाह की सैलरी 15 हजार रुपये
अमीरा शाह (Ameera Shah) ने अपने पिताजी के साथ मिलकर 2.5 करोड़ रुपये से मेट्रोपोलिस कंपनी की शुरुआत की थी। शुरुआत में जितना फायदा होता गया, उसे कंपनी मेट्रोपोलिस के विस्तार में ही खर्च किया जाता था। अमीरा शाह का कहना है कि उस समय वह और उनके पिता डॉ सुशील शाह कंपनी से केवल वेतन ही लेते रहे हैं, उन्होंने और इससे ज्यादा कुछ नहीं लिया।
2021 तक मेट्रोपोलिस कंपनी से हुये लाभ को कभी भी अन्य कार्यों के लिए उपयोग नहीं किया। शुरुआत में मेट्रोपोलिस कंपनी में अमीरा शाह का वेतन अपनी ही कंपनी में 15 हजार रुपये महीना था। उन्होंने बताया कि अपने वेतन 15000 से एक रुपये भी अधिक नहीं लेते थे।
कर्ज आपकी संपत्ति नहीं , बल्कि एक जिम्मेदारी है
अमीरा शाह का कहना है कि आप अपने बिजनेस एवं व्यापार को बढ़ाने के लिए जो पैसे दूसरों से कर्ज करके लेते हैं, वो आपकी अपनी संपत्ति नहीं है, बल्कि वह आप पर दूसरे के द्वारा लिये गये पैसे वापिस लौटाने का एक दायित्व है।
जिसे आपको अच्छे रिटर्न के साथ वापिस लौटाना होता है। अगर आप अपना यह दायित्व अच्छे से निभाते हो तो आपने जिसके द्वारा लिए पैसे देने बाले का विश्वास आप पर बढ़ता है और जब भी आपको भविष्य में पैसे की जरूरत पड़ती है तो वह देने में हिचकिचाएगा नहीं।
अमीरा शाह ने बताया कि बिजनेस बढ़ाने के लिए उन्होंने 2005 में फंड एवं कर्जा लिया था और फिर आगे 2015 में 600 करोड़ का कर्ज लिया था।
जितनी जरूरत, उतना ही पैसा कर्ज लेना चाहिए
अमीरा शाह (Ameera Shah) का कहना है कि नए बिजनेसमैन को एक बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें उतना ही पैसा कर्ज के रूप में लेना चाहिए जितने की उन्हें आवश्यकता हो बिजनेस बढ़ाने या शुरू करने के लिए है।
बड़ा फंड कर्ज लेने के बाद बहुत दबाब बढ़ जाता है, जो नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए बिजनेस बढ़ाने के लिए जितने कर्ज की जरूरत हो उतना ही लें। अगर आपको लगता है अपने बिजनेस बढ़ाने के लिए और पैसे की जरूरत है तो धीरे-धीरे फंड को बढ़ाना चाहिए।
अगर आपका लेन देन अच्छा है, ग्रोथ कर रहे हैं, तो फंड देने बाले जरूर आपको और पैसा देंगें। अमीरा शाह हेल्थकेयर सेक्टर को बहुत ही चुनौती पूर्ण क्षेत्र मानती हैं। उनका कहना है कि इसमें किसी भी प्रकार की टाइम लिमिट जैसी चीज नहीं होती है।