Sensex कब छाएगा 1 लाख का जादुई आंकड़ा? रिकॉर्ड हाई होने के बाद मन में आये हर सवाल का जानें जवाब

Sensex कब छुएगा 1 लाख का जादुई आंकड़ा? रिकॉर्ड हाई होने के बाद मन में आये हर सवाल का जानें जवाब

सेंसेक्स कब छुएगा एक लाख का जादूई आंकड़ा?Sensex will hit 1-Lakh Magic Figure 

सेंसेक्‍स ने सोमवार को 62,500 अंक का स्‍तर पार कर चुका । आपके मन में कई सवाल आ रहे होंगे। जैसे कि सेंसेक्‍स 1 लाख का स्‍तर कब और ककैसे छुएगा, कहां निवेश करने से अधिक फायदा मिलेगा? 

एक्सपर्टओं का कहना है कि बाजार में जल्‍द ही सेंसेक्‍स 1 लाख स्तर को भी पार कर जायेगा। 10 साल में सेंसेक्‍स करीब चार गुना होकर 2 लाख के स्‍तर पर भी प‍हुंच जाएगा। 2022 में हर उतार चढ़ाव के बाद भी शेयर बाजार का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है।

इस सप्‍ताह के पहले दिन यानी 28 नवंबर 2022 को अपने सर्वोच्‍च स्‍तर 62,504.80 अंक पर सेंसेक्स बंद हुआ। जबकि निफ्टी भी तेजी के साथ 18,562.75 अंक पर बंद हुआ ।

Sensex

भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) पहली बार इस स्‍तर पर बंद हुये हैं। शेयर बाजार के इस स्‍तर पर पहुंचने के बाद अधिकतर लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि सेंसेक्‍स 1,00,000 अंक के आंकड़े (Sensex will hit 1 lakh magic figure) को कब तक पार करेगा ? लंबी अवधि के निवेशकों और बाजार एक्सपर्टनों ने इसको लेकर गणना करना व अनुमान लगाने भी शुरू कर दिये हैं।

साल 2022 की शुरुआत में जेफरीज़ इक्विटी स्‍ट्रेटजीज के ग्‍लोबल हेड क्रिस्‍टोफर वुड ने जेफ्फरीज में कहा था कि सेंसेक्‍स  वर्ष 2027 या वर्ष 2026 के अंत तक 1 लाख अंक के जादुई आंकड़े को पार करने में सफल हो जायेगा।

वहीं, इसके बाद अक्‍टूबर 2022 में दलाल स्‍ट्रीट के वेटर्न फंड मैनेजर हीरेन वेद ने कहा कि सेंसेक्‍स 2025 की शुरुआत में ही इस आंकड़े को पार करने का कमाल कर सकता है। इसके अलावा अब दूसरे बाजार विशेषज्ञ भी अनुमान लगा रहे हैं कि सेंसेक्‍स 1 लाख अंक के स्‍तर को छूने में अधिक समय नहीं लगायेगा।

सेंसेक्स क्‍यों छू लेगा 1 लाख का आंकड़ा?

सोमवार के रिकॉर्ड हाई के बाद ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्‍टेनली का कहना है कि सेंसेक्‍स दिसंबर 2023 तक 80,000 अंक स्तर का आंकड़ा छू लेगा। वहीं, केडिया एडवाइजरी के प्रबंध निदेशक अजय केडिया का कहना है कि सिर्फ डेढ़ साल के अंदर सेंसेक्‍स 1 लाख के आंकड़े के स्तर को छूकर पूरी दुनिया को अश्चर्यचकित कर देगा।

 उनका कहना है कि जियोग्राफिक में अब काफी सुधार हो चुका है। वहीं, अब इंस्‍ट्रीयल डिमांड में भी मोटा मुनाफा होगा। बाजार को इसका फायदा मिलेगा और ये नई ऊंचाइयों को छूएगा।

कहां निवेश करने पर मिलेगा फायदा?

एमडी अजय केडिया से जब पूछा गया कि ऐसे में निवेशकों को क्‍या करना चाहिये। उन्‍हें कहां निवेश करना चाहिए, जिससे उनको ज्‍यादा से फायदा मिल सके? इस पर उन्‍होंने कहा कि लंबी अवधि के निवेशकों को कमोडिटी में निवेश को लेकर खुले दिमाग से विचार करना चाहिये।

उन्‍होंने कहा कि पिछले कुछ समय में चांदी की मांग में लगातार बृद्धि हुईं है। कुछ समय में गोल्‍ड सिल्‍वर की राशियों में भी काफी सुधार आया है। इसका मतलब है कि माहौल निवेश के अनुकूल बन रहा है।

ईंट खरीदें या सिल्‍वर ईटीएफ?

केडिया ने तर्क दिया कि जब माहौल में अनिश्चितता होती है तो गोल्‍ड में निवेश बढ़ता है। वहीं,  जियो पॉलिटिकल और जियो-ग्राफिकल में काफी सुधार होने पर निवेशक गोल्‍ड के बजाय अन्य विकल्‍पों में निवेश करना शुरू कर देते हैं।

 जब उनसे पूछा गया, ‘अगर आज हम 1 किलोग्राम चांदी में निवेश करते हैं तो 2 साल साल के अंदर कितना लाभ मिल सकता है तो उन्‍होंने कहा कि वर्तमान स्थिति के हिसाब से लोगों को 40 फीसदी लाभ मिलना लगभग तय है।

उनसे फिर पूछा गया, ‘चांदी की 1 किग्रा की ईंट खरीदें या डिजिटल सिल्‍वर में निवेश करें। तो उन्‍होंने कहा कि सिल्‍वर ईटीएफ (Silver ETF) में अधिकतर निवेशकों निवेश करना चाहिए क्‍योंकि चांदी की ईंट बेचे जाने पर कई प्रकार के चार्ज लगने से आपका लाभ घट जायेगा’।

केडिया एडवाइजरी के अनुसार , सिल्‍वर ईटीएफ में निवेश करना फायदे का समझौता रहेगा।

‘FPIs बरकरार रखेंगे मजबूत निवेश’

जैफरीज़ के क्रिस्‍टोफर वुड ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि 15 प्रतिशत ईपीएस वृद्धि होना संभव है। उनका आकलन पांच साल के दृष्टिकोण पर आधारित था। वुड का कहना था कि भारतीय बाजार के लिए महगाई चिंता का विषय नहीं है।भारतीय शेयर बाजार को तेल की बढ़ती कीमतों  से खतरा है।

भारतीय शेयर बाजार की तेजी निवेशकों के लिए हमेशा से अच्‍छी रही है। वृद्धि आधारित इक्विटी बनाने के लिए भारत प्रमुख निवेशक होना चाहिये। भारत कोरोना महामारी से भी अब निकल चुका है। वुड के अनुसार , ऐसे में विदेशी निवेशक (FPIs) भारत में मजबूत निवेश बनाये रखेंगे।

’10 साल में पहुंच जाएगा 2,00,00′

कुछ बाहरी बाजार वाले एक्सपर्ट भी भारतीय शेयर बाजार के भविष्‍य की नई ऊंचाइयां छूने की अनुमान लगा चुके हैं

 कुछ समय पहले मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल ने भी कहा था कि सेंसेक्‍स 10 साल के भीतर 2,00,000 अंक के स्‍तर पर लगभग पहुंच जायेगा और उन्होंने कहा कि 10 साल में शेयर बाजार में लगभग चार गुना वृद्धि होगी।

10 साल में चार बार सेंसेक्स ऐसा कर चुका है। सैमको सिक्‍योरिटीज के रिसर्च हेड अपूर्व सेठ का भी मानना है कि अप्रेल 2024 तक स 1,00,000 अंक के स्तर तक सेंसेक्स पहुंच जायेगा।

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20 साल में 20 गुना बढ़ा सेंसेक्‍स

पिछले 20 साल में सेंसेक्स 3,000 अंक से 20 गुना बढ़कर 60,000 अंक के स्‍तर को पार कर चुका है। अगर भारतीय शेयर बाजार 15% सालाना की दर से बढ़ता रहता है तो बाजार में अब से 4 साल के अंदर 1 लाख के आंकड़े के स्तर को पार कर जायेगा।

 एकबार महंगाई और ब्‍याज दरों को लेकर बाजार की चिंताओं में स्थिरता आ जाये तो भारत दुनिया भर के निवेशकों के लिए पसंदीदा निवेशक बन जायेगा। सभी प्रकार के उतार चढ़ाव बावजूद साल 2022 में भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन अच्छा रहा है।

ऐसे में उम्‍मीद जताई जा सकती है कि आने वाले समय में स्थितियां में काफी सुधार ही होंगा और भारतीय शेयर बाजार तेजी से ग्रो करेगा।