मन की बात में PM नरेंद्र मोदी बोले: G20 की अध्यक्षता भारत के लिए बड़ा अवसर एवं बड़े गौरव की बात प्रत्येक देशवासी को है गर्व

मन की बात में PM नरेंद्र मोदी बोले, मन की बात में PM मोदी बोले- G20 की अध्यक्षता भारत के लिए बड़ा अवसर, हर देशवासी को है गर्व पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात शतक पूरा करने की ओर बढ़ रहा है।  इस कार्यक्रम माध्यम के द्वारा मेरे लिए भारत के सभी लोगों से जुड़ने का एक और जरिया है।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के द्वारा इस कार्यक्रम प्रत्येक भाग से पहले मेरे देश के लोगों की ओर से भेजे गए पत्रों को मेरे द्वारा पढ़ना, देश वासियो के सुझावों को सुनना मेरे लिए एक प्रकार का हिर्दय से आध्यात्मिक अनुभव होता है।

मन की बात में PM नरेंद्र मोदी बोले मन की बात 95वें संस्करण एवं G20 की अध्यक्षता 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के द्वारा ‘मन की बात’ के 95वें संस्करण भाग में आज देशवासियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मन की बात के 100वें संस्करण पूरा करने की ओर बढ़ रहा है। इस कार्यक्रम द्वारा मेरे लिए सभी देश वासियों से जुड़ने का एक मात्र माध्यम है।

 उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के हर प्रत्येक भाग से पहले देश के सभी लोगों की ओर से भेजे गए पत्रों को प्राप्त करके पढ़ना, उनके सुझावों को सुनना मेरे लिए एक प्रकार का आध्यात्मिक हिर्दय से अनुभव होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश भर के लोगों ने मुझे लिखा है कि वे कितने भाग्यशाली एवं गौरवान्वित हैं कि भारत को G20 की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है।

अमृत ​​काल के तहत भारत को यह जिम्मेदारी मिली है।  पीएम ने कहा, जी-20 की दुनिया की जनसंख्या में दो-तिहाई, वैश्विक व्यापार में तीन-चौथाई और वर्ल्ड जीडीपी में 85% भागीदारी है। आप आशा कर सकते हैं कि भारत अब से तीन दिन बाद यानी एक दिसंबर से इस इतने बड़े समूह की, इतने सामर्थ्यवान समूह की, अध्यक्षता करने करने बाला तथा करने जा रहा है। G-20 की अध्यक्षता, हमारे लिए एक बड़ा अवसर बनकर हमारे सामने आई है।

हमें इस अवसर का पूरा सकारात्मक उपयोग करते हुए विश्व कल्याण के लिये ध्यान केंद्रित करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जी-20 की अध्यक्षता हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इसके द्वारा हमें वैश्विक भलाई पर ध्यान केंद्रित करना है। शांति हो, एकता हो या सतत विकास, इन चीजों से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने की समर्थता भारत के पास है। हमने ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ की थीम बनाने तैयारी करनी है।

उससे वसुधैव कुटुम्बकम के लिए हमारी प्रतिबद्धता कितनी है जाहिर होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कुछ दिनों पहले तेलंगाना के राजन्ना सिर्सिल्ला जिले के एक बुनकर भाई येल्धी हरिप्रसाद गारू जी ने मुझे अपने हाथों से बुनकर G-20 का लोगो भेजा है। मैं इसके लिए उनका धन्यवाद करता हूँ ।

यह शानदार उपहार पाकर में आश्चर्यचकित हुआ। और मेरे मन में​ विचार आया कि तेलंगाना राज्य के सुदूर अंचल में बैठा व्यक्ति भी स्वयं को देश में होने जा रहे G-20 के आयोजन से स्वयं को कितना जोड़ पाता है।

मन की बात में PM नरेंद्र मोदी बोले
मन की बात में PM नरेंद्र मोदी बोले

G-20 में आने वाले अंतरराष्ट्रीय मेहमान लोग भविष्य के टूरिस्ट

प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को संभोधित करते हुआ कहा इस आयोजन को खास बनाने की प्राथना की। उन्होंने कहा कि युवा अपने टी-शर्ट पर जी-20 का लोगो बनवाकर लोगो पहनकर भारत में इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के इस आयोजन को विशेष बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, आने वाले दिनों में, देश के अलग-अलग भागों में G-20 से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।

इस दौरान, दुनिया के अलग-अलग भागों से लोगों को आपके राज्यों में आने का अवसर मिलेगा। मुझे विश्वास है  कि आप अपने यहां की संस्कृति के विभिन्न और विशिष्ट रंगों को दुनिया के सामने प्रस्तुत करेंगें। आपको यह भी याद रखना है कि G-20 में आने वाले लोग, भविष्य के टूरिस्ट भी हैं।

विक्रम-एस रॉकेट का प्रक्षेपण नये युग के प्रारंभ का प्रतीक

पीएम  नरेंद्र मोदी ने स्पेस साइंस के क्षेत्र में इसरो और उसके वैज्ञानिकों और युवाओं की उपलब्धियों का जिक्र करते हुये कहा- 18 नवंबर को, भारत इसरों ने अंतरिक्ष क्षेत्र में एक उपलब्धि हासिल की जब एक रॉकेट ‘विक्रम एस’ को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया। इसे निजी क्षेत्र द्वारा बनाया डिजाइन और विकसित किया गया था और इसमें विभिन्न प्रकार की विशेषताएं हैं।

PsLV इशरो

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विक्रम-एस रॉकेट ने जैसे ही ऐतिहासिक उड़ान भरी, और प्रत्येक भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो गया। यह भारत में प्राइवेट स्पेस सेक्टर के लिए एक नये युग के उदय का प्रतीक है। यह देश में आत्मविश्वास से भरे एक नये युग की शुरुआत है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को संभोधित करते हुये कहा, कि आप अनुमान लगा सकते हैं जो बच्चे पहले हवाई जहाज हाथ से कागज का बनाकर उड़ाया करते थे, अब उन्हें हवाई जहाज बनाने एवं हवाई जहाज उडाने का मौका मिल रहा है।

स्पेस को निजी क्षेत्रीय करण करने के बाद एवं खोले जाने के बाद, युवाओं के सपने साकार हो रहे हैं और रॉकेट का निर्माण कर रहे है। मानो ये युवा कह रहे हों-Sky is not the limit. कल, भारत ने भूटान द्वारा निर्मित एवं विकसित एक उपग्रह लॉन्च किया। यह उच्च-रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें भेजेगा। इसके द्वारा जिससे भूटान को मदद मिलेगी।

उपग्रह का प्रक्षेपण भारत और भूटान के बीच मजबूत संबंधों की देन एवं प्रतीक है। ड्रोन के आधुनिक क्षेत्र में भी भारत तेजी से विकास की और आगे बढ़ रहा है। हाल ही में हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ड्रोन के द्वारा सेब ट्रांसपोर्ट किये गये।

हमारी सभ्यता में संगीत चारों तरफ समाया हुआ है- PM नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सम्भोदन में कहा कि देश की एक और उपलब्धि के विषय के बारे में बताया। उन्होंने कहा, बीते आठ वर्षों में भारत से संगीत वाद्य यंत्रों का निर्यात साढ़े तीन गुना बडोत्तरी हुई है, जबकि Electrical Musical Instruments का निर्यात 60 प्रतिशत बड़ोंत्तरी हुईं है। 

प्रधानमंत्री ने कहा, कला, संगीत और साहित्य से हमारा लगाव होना ही मानवता की असली पहचान कराता है।  हम भारतीय, हर चीज में ध्वनि संगीत की तलाश करते ही रहते हैं।  चाहे वह नदी की ध्वनि कलकल हो, वर्षा की बूंदें हों, पक्षियों का चहचाहाना हो या फिर हवा का गूंजता स्वर, हमारी सभ्यता में संगीत का चारों तरफ समावेश हुआ है।

 संगीत हमारे समाज को भी हमारी सभ्यता में जोड़ता है। हमारी संगीत की विधाओं ने, न केवल हमारी संस्कृति को समृद्ध एवं विकास किया है, बल्कि दुनियाभर के संगीत पर अपनी एक विशेष अमिट छाप भी छोड़ी है। भारतीय संगीत की ख्याति विश्व में चारों ओर फैल चुकी है।