Bageshwar Dham: मुंबई जाने के लिए पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की माँ ने किया था उन्हें मना, बताया स्वयं बागेश्वर सरकार ने
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री उर्फ़ बागेश्वर सरकार का दो दिन का दिव्य दरबार मुंबई महाराष्ट्र मे लगा था, जहाँ 18 मार्च को महादिव्य दरबार और 19 मार्च को भबूती वितरण कार्यक्रम था। जिसके लिए मुंबई मे करीब 1 सफ्ताह पहले से तैयारियां शुरुआत हो गयी थी,
लेकिन जब पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी मुंबई के लिए जा रहे है थे और वह अपनी माँ से आशीर्वाद लेने गए तो, उनकी माँ उन्हें मुंबई जाने के लिए मना करने लगी। चलिए जानते है क्या है पूरी खबर
Bageshwar Dham: शास्त्री जी की माँ कर रही थी मुंबई जाने के लिए मना
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी कहा की जब मै कल मुंबई आ रहा था तो मेरी माँ ने मुझसे कहा की बेटा फिर से जा रहे है हो तो शास्त्री जी ने कहा की हाँ तो इस पर उनकी माँ ने उन्हें मुंबई जाने के लिए इंकार कर दिया तो धीरेन्द्र शास्त्री जी ने उनसे पूछा की इसकी वजह क्या है,
माँ तो माँ ने कहा की अब तुम फिर रात – रात भर जागोगे, वहाँ पर जाने विवाद और बड़ेगे, तुम्हारे विरोधी कुछ बोलेगे फिर तुम कुछ बोलोगे ऐसे अनेक विवाद होंगे फिर इसलिए अब वहाँ मत जाओ।,
इस पर धीरेन्द्र शास्त्री जी ने माँ को जवाब देते हुए कहा की मेरी माँ ये जवाब और विवाद तो चलते ही रहेंगे तुम तो मुझे आशीर्वाद दो मेरे अंदर जब तक प्राण रहेंगे मै धर्म विरोधियो की ठटरी बारते रहेंगे। मेने माँ से कहा की माँ मुझे हनुमान जी ने चुना है और मै कुछ करके ही रहूँगा।,
गुरूजी ने इस बात का वर्णन भी किया की जब मुंबई मे एयरपोर्ट के रास्ते से आ रहे थे तो ऑटो वाले भी ऑटो रोककर बोल रहे थे की गुरूजी सीताराम तब मुझे लग रहा था की बन रहा है काम ” ऑटो वाले बोल रहे है गुरूजी सीताराम मुझे लग रहा बन रहा है काम, इसलिए विरोधियों की नींद है हराम” ऐसा बागेश्वर सरकार ने मुंबई के मंच से लोगो को कहा।,
Bageshwar Dham: नहीं फसाते किसी चमत्कार मे
गुरुदेव पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी ने कहा की हम किसी को चमत्कार मे या अंधविश्वास मे नहीं फसाते है बल्कि हम तो लोगो को हनुमान जी मे फसाते है, और वो हनुमान जी बागेश्वर वाले बालाजी सरकार है
Bageshwar Dham: विरोधियों को दिया अमृत से जवाब
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी ने धर्म विरोधियों को जवाब देते हुए कहा की हम जब तक हम जियेंगे कुछ ना कुछ तो होना है, लेकिन हमें लोगो की बातो पर ज्यादा ध्यान नहीं देना है उन्होंने अपने वक्तव्य के दौरान अपने विरोधयों को 4 अमृत वाले उदाहरण से जवाब देते हुए कहा की इस संसार मे चार अमृत है,
- शहद – शहद को अमृत बताया गया है लेकिन उसे कुत्ता चाट के तो वह मर जाता है।
- घी – हमारे यहाँ घी को औषधि मे अमृत बतायावग्या है लेकिन घी को मक्खी ज्यादा खा ले तो वह मर जाति है।
- मिश्री – मिश्री को भी कई जगह आयुर्वेद मे अमृत कहा गया है लेकिन मिश्री को गधा खा ले तो वह भी मर जाता है।
- नीम – शास्त्री जी ने कहा की नीम भी हमारे यहाँ अमृत है नीम को हकीम भी कहा जाता है लेकिन नीम की निबोली को अगर कौआ खा ले तो वह भी मर जाता है।
