Cyber Fraud को कैसे रोकें 2023

Cyber Fraud -डिजिटल बैंकिंग के दौर में तेजी से साइबर अपराध बढ़ रहा है , गलत लिंक पर क्लिक करने से बचें, खास तौर पर इन बातों का रखें ध्यान।

Cyber Fraud को कैसे रोकें

कुछ सालों में देश में डिजिटल और ऑनलाइन बैंकिंग एवं ऑनलाइन कार्य का सिस्टम का बहुत तेजी के साथ बढ़ा है। इसके साथ ही साइबर क्राइम से जुड़ी घटनाएं भी प्रीतिदिन बढ़ी एवं बढ़ रही है। आजकल ऑनलाइन फर्जी सॉफ्टवेयर (Fraud Software) और कई एप्स की तो बाढ़ सी आ गई है।

CYBER FRAUD TIPS

इन फर्जी सॉफ्टवेयर और एप के द्वारा लोगों को ठगी का शिकार वनाते है। यह सभी एप्स द्वारा हमारे डेटा से सम्बंधित सारी जानकारियां चुरा लेते है। इन सभी एप्स द्वारा प्राप्त लोगों के डेटा का इललीगल उपयोग करते है और आपके अकाउंट (Bank Account Fraud) को भी खाली कर सकते है।

ऐसे में आपको इस प्रकार के एप्स से सावधान रहने की लोगों को अधिक जरूरत है। लेकिन जब भी हमारे साथ इस प्रकार की घटना होती है तो जानकारी के आभाव के कारण हम तुरंत धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज नहीं कराते हैं। जिससे साइबर क्राइम करने वाले लोग कई लोगों के साथ धोखा धड़ी करने अवसर मिल जाता है।

अगर आप के साथ इस प्रकार की घटना हो तो आप के क्षेत्र के थाने में जाकर तुरंत शिकायत करें। जिससे इस प्रकार साइवर क्राइम बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण किया जा सकेगा। ऐसे में कुछ तरीकों के द्वारा लोग कुछ ही पल में अपनी शिकायत दर्ज करा पायेंगे

Cyber Fraud को कैसे रोकें 2023
Cyber Fraud को कैसे रोकें 2023

लॉटरी के नाम पर करते है ठगी

 साइवर अपराधी अक्सर आपने देखा होगा कि लॉटरी के नाम पर कई लोगों ठगी का शिकार बनाते है। साइवर अपराधी कई बार तो लोगों से मोबाइल ओटीपी मांगते है जिससे कई लोग अपना ओटीपी उन्हें दे देते है तो उनको ओटीपी जैसे प्राप्त होता है और वे लोगों अकाउंट खाली कर देते है।

 वे जानकारी के अभाव में उनकी ठगी का शिकार बन जाते है। इसके आलावा साइवर अपराधी लोग फर्जी सॉफ्टवेयर का उपयोग करके कई लोगों को लॉटरी आदि जैसी चीजों के द्वारा पैसों का लालच देकर उनके बैंक अकाउंट को खाली कर देते हैं।

 ऐसा ही एक फर्जी सॉफ्टवेयर मालवेयर (Malware)है मालवेयर सॉफ्टवेयर की मदद से यूजर के सिस्टम से साइबर अपराधी आपकी सभी जानकारी को प्राप्त कर लेते हैं और बाद में इसका इललीगल उपयोग करते हैं। इस फर्जी सॉफ्टवेयर के उपयोग से साइवर अपराधी अक्सर लोगों को ठगी का शिकार बनाने का काम करते है।

क्या है मालवेयर सॉफ्टवेयर?

साइबर अपराधी मालवेयर सॉफ्टवेयर (Malware) की मदद से आपके मोबाइल या लैपटॉप में प्रवेश कर जाते हैं। इसके बाद वह आपके मोबाइल एवं लैपटॉप में आपके द्वारा स्टोर की गई जानकारी को चुराने का काम करते हैं।

 इसके द्वारा उन्हें आपकी सारी जानकारी प्राप्त होती है इसके बाद साइबर अपराधी इसका गलत उपयोग करते हैं। यह आपके क्रेडिट कार्ड नंबर (Credit Card), आधार कार्ड (Aadhaar Card), पैन कार्ड (PAN Card), बैंक अकाउंट डिटेल्स (Bank Account Details) आदि की जानकारी प्राप्त कर इसका गलत उपयोग करते हैं।

इसके साथ ही कुछ मालवेयर आपके मोबाइल,लैपटॉप एवं कंप्यूटर में स्टोर फाइल्स और जानकारी को प्राप्त कर देते हैं।

पोर्टल की सही तरीके से करें जांच

साइबर अपराधी आधिकारिक तौर पर वेबसाइट की तरह ही फर्जी वेबसाइट (Fraud Website) बना लेते हैं। इसमें ग्लोगों को फंसाने के लिए कई तरह के ऑफर्स दिए जाते हैं। और लोगो के बारे में जानकारी प्राप्त हो जाने बाद लोगों के अकाउंट के बैंक डिटेल्स (Bank Details) लेकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं।

ऐसे में किसी तरह के लोन या जॉब के लिए अप्लाई करने से पहले से उसके बारे में सही तरीके से जानकारी प्राप्त कर लें। इसके साथ ही मैसेज या ईमेल के द्वारा प्राप्त लोन के ऑफर्स के लिंक पर बिना सोचें समझे न कभी क्लिक करें। थोड़ी सी भी गलती के कारण आप साइबर अपराध करने बाले का शिकार हो सकते है।

इन बातों का रखें खास ध्यान

ऑनलाइन लोन और जॉब के लिए अप्लाई करते वक्त भी कंपनियां अलग-अलग तरह के कई डॉक्यूमेंट्स आप को अपलोड करने को कहती हैं। ऐसे में डॉक्यूमेंट को अपलोड (Loan Documents Upload)करने से पहले वेबसाइट के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें जांच लें कि वेबसाइट लीगल है की इलीगल।

किसी बेवसाइट पर लोन एवं जॉब के लिए डॉक्यूमेंटअपलोड करते वक्त कुछ चीजों का ध्यान रख साइबर फ्रॉड से बच सकते हैं।

साइबर कैफे से किसी को भी डॉक्यूमेंट शेयर न करें

जब भी आपको किसी भी कार्य के लिये कोई भी दस्तावेज (Document ) शेयर करना हो तो एक बात का अवश्य ध्यान रखें कि दस्तावेजों हमेशा अपने पर्सनल लैपटॉप एवं कंप्यूटर के द्वारा अपलोड करके आप किसी को भी शेयर कर सकते है।

साइबर कैफे द्वारा दस्तावेजों को अपलोड करने से आपके डॉक्यूमेंट गलत लोंगो हाथ में लग सकते हैं जिससे उन्हें आपके बारे सम्पूर्ण जानकारी मिल जायेगी जिसके द्वारा साइबर अपराधी आपको ठगी का शिकार बना सकते हैं।

 इस बात पर अवश्य ध्यान रखे कि अपने काम को पूरा करने के बाद आप ब्राउजिंग हिस्ट्री में डाउनलोड फाइल्स (Download Files) को आप अपने सिस्टम से अवश्य डिलीट कर दें। कोशिश करें कि अपने पर्सनल सिस्टम नेटवर्क पर ही आप इस प्रकार के जरूरी काम करें।

किसी सिस्टम भी डॉक्यूमेंट तभी अपलोड करें जब आपको अधिक जरुरी लगें। जिससे आप साइबर अपराधी से काफी हद तक सुरक्षित रह सकते है।

शिकायत के लिए जारी किये गये हेल्पलाइन नंबर 

गृह मंत्रालय ने साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए साइबर अपराध को रोकने के लिए साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 शुरू किया गया है। इस हेल्पलाइन नंबर के पहले से संचालित टोल फ्री नंबर 155260 के स्थान पर हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया।

 इसके लिए कोई भी ब्यक्ति साइबर क्राइम से सम्बंधित अपनी शिकायत सबसे पहले साइबर पोर्टल पर भी दर्ज करा सकते हैं।

इसके लिए उन्हें गृह मंत्रालय द्वारा जारी किये गये आधिकारिक पोर्टल (https://cybercrime.gov.in/) पर विजिट करना होगा। इस पोर्टल पर आप कभी भी किसी समय अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।

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