Bageshwar Dham: भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर बागेश्वर सरकार ने दिया नया सन्देश, कहा की बागेश्वर धाम अपने बाप का घर है
जैसा की हम सबको पता ही है की आज हिन्दूओ के भगवान दादा परशुराम जी का जन्मोत्सव है और सभी हिन्दुओ मे इसको लेकर बहुत उत्साह है ऐसे मे आज बागेश्वर सरकार के परमपूज्य गुरुदेव जी महाराज ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल मे एक भाषण के माध्यम से सभी हिन्दुओ को सन्देश दिया,चलिए जानते है पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने लोगो को क्या सन्देश दिया।
दादा परशुराम हम सबके भगवान है – पंडित धीरेन्द्र शास्त्री
भोपाल मे दिए इस भाषण मे पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा की कुछ लोगो को लगता है की भगवान परशुराम केवल ब्राह्मणों के देवता है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है दादा परशुराम हम सबके देवता है और भगवान परशुराम जन्मोत्सव को हम सबको मानना चाहिए चाहे वह किसी भी वर्ग का व्यक्ति क्यों ना हो।
इस बीच पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी ने भगवान परशुराम जी द्वारा किये गये 21 बार छत्रियों का विनाश करने वाली बात भी बताई उन्होंने बताया की ऐसा नहीं है की यें बात बिल सत्य है लेकिन उन्होंने केवल ऐसे चत्रियों का विनाश किया था जो वास्तव मे दुराचारी थे, कपटी थे और सिस्त्रीयों का अपमान करते थे ऐसे छत्रियों का भगवान परशुराम जी ने वध किया।
फिर की शास्त्र और शस्त्र की बात
हर बार की तरह इस बार भी पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा की हिदुओ को शस्त्र और शास्त्र दोनों की जरूरत है इसलिए मला और भाला को हमेशा अपने साथ रखा करो और देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए कार्य करते रहो।
कथा करने का दिया आश्वासन
बागेश्वर सरकार ने इस बीच एक ओर बड़ा ऐलान किया उन्होंने बोला की अब हम बहुत ही जल्द भोपाल शहर मे एक कथा करेंगे, अब तो आप लोग सिर्फ तैयारियां करो हम यहाँ पर कथा बहुत ही जल्द करेंगे। हालांकि इसकी कोई निश्चित तारीख गुरूजी अभी नहीं दीं है।
बागेश्वर धाम अपने बाप का घर है
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने एक होने भाषण मे तो यहाँ तक कह दिया की बागेश्वर धाम अपने बाप का घर है यहाँ पर आया जाया करो इस बात को सुनकर वहाँ पर मौजूद युवा ख़ुशी से बहुत ही झूम उठे।

CM शिवराज भी थे मौजूद
बागेश्वर सरकार के इस कार्यक्रम मे बहुत सारे बड़े बड़े नेता भी मौजूद रहे जिसमे प्रमुख अतिथि के रूप मे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आये हुए,इसके अलावा कई संत भी वहाँ पर उपस्थित रहे।