माइंड रीडिंग कैसे करें, मेंटलिज्म कैसे बने 

माइंड रीडिंग कैसे करें। मेंटलिज्म कैसे बने  , आज के समय के लोग माइंड रीडिंग को अलग-अलग नजरिए से देख रहे हैं कुछ लोग ऐसे विज्ञान कहते हैं कुछ लोग इसे कल कहते हैं तो कुछ लोग उसे देवी शक्ति का प्रकोप भी कहते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है माइंड रीडिंग क्या है कैसे होती है क्यों होती है और एक माइंड रीडर कैसे बने। इसके पीछे एक पूरी प्रक्रिया होती है, जो सीखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को पूरी करनी होती है।

मान लीजिए आप किसी शो में जाते हैं या फिर आप टीवी पर किसी शो को देख रहे हैं तब आप देखते है की एक मेंटालिज्म ऑडियंस में से किसी एक व्यक्ति को बुलाता है और उसे एक नंबर सोचने को बोलता है, तो भाई मेंटल इसमें उससे बात की बिना उसका नाम पता निकाले बिना यह पता निकाल लेता है कि वह व्यक्ति अपने मन में कौन सा नंबर सोच रहा है और यह सब देखकर आप आश्चर्यचकित हो जाते हैं इतना ही नहीं वह व्यक्ति ऑडियंस में से अन्य व्यक्तियों को भी उठना है और उनके जीवन से जुड़ी ऐसी बातों को भी बता देता है जो शायद उसके अलावा किसी और को पता नहीं होती है।किसी भी अनजान व्यक्ति के मोबाइल फोन को लेकर उसको अनलॉक कर देता है,  तो किसी के फ्यूचर के बारे में बता देता है तो किसी के पास के बारे में बता देता है या फिर आपकी पहले क्रश का या फिर लव का नाम बता देता है।अब आप यहां यह सोचते हैं कि आखिर यह कैसे मुमकिन हो सकता है कोई मेरे बारे में इतना सब कुछ जानता है कोई भी मेरे मन की बातें कैसे पढ़ सकता है क्या यह कोई सुपर नेचुरल पावर है, या फिर कल है या फिर विज्ञान है या फिर कोई देवी शक्ति या फिर किसी की सालों की तपस्या का फल है। आखिर यह हो कैसे रहा है कोई मेरे मन की बातें कैसे पढ़ सकता है।

ऐसी बात है आप सभी के मन में यह सब प्रश्न जरूर उठ रहे होंगे लेकिन आपको अभी तक इसकी कोई उत्तर पता नहीं है लिए अब मैं आपको बताता हूं। कोई भी मेंटालिज्म आपकी मन को नहीं पढ़ सकता है ना ही कोई पढ़ रहा है बातों को पढ़ने का आपके मन में एक भ्रम बनाता है और वह इतनी खूबसूरती से यह काम करता है कि आप उसे माया और सच्चाई के बारे में पता निकालना भूल जाते हैं।और हर एक मेंटालिस्ट में यही करते हैं उस सच्चाई और झूठ के बीच का फर्क मिटाते है। तो हम आपको बता दें कि मेंडलिज्म में भी एक कला है एक परफॉर्मेंस है। और प्रत्येक मेंटालिस्ट यही सब काम करते हैं।

तो दोस्तों अगर आपको भी पता नहीं है कि माइंड रीडिंग क्या है मेंटालिज्म कैसे बने और यह सब क्या है? आप भी अगर इन सभी प्रश्नों के उत्तर गूगल पर सर्च कर रहे हैं तो आप बिल्कुल सही ब्लॉग पर आ चुके हैं। क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको मेंटालिस्ट में कैसे बने और माइंड रीडिंग क्या है सब पूरी बात को  विस्तार से नीचे बता देंगे जिससे आपको पूरी बात अच्छे से समझ में आ जाएगी, तो लिए हम शुरू करते हैं।

माइंड रीडिंग क्या है?

मेंटालिज्म बनने से पहले आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आखिर मेंटालिज्म का काम क्या है। तो मैं आपको बता दूं कि मेंटालिज्म एक माइंड रीडर होता है जो हमारे दिमाग को पड़ता है, जिसे हम सब लोग माइंड रीडिंग कहते हैं। माइंड रीडिंग एक तरह की कला है जिसमें कोई व्यक्ति आपके हाव-भाव और चेहरे की बनावट को देखकर आपके विचारों को पढ़ लेता है और आपके सामने रख देता है। वह व्यक्ति आपकी उन्हीं बातों को बिल्कुल सही तरीके से आपको बता देगा जो आप अपने मन में सोच रहे होते हैं उनके द्वारा बताई गई यह बातें पूरी तरह से सटीक निकलती है। जिसे हम माइंड रीडिंग कहते हैं।

माइंड रीडिंग कैसे करें

खाने का सीधा-सीधा मतलब है कि माइंड रीडिंग एक ऐसी कला है जिसमें कोई व्यक्ति किसी भी आदमी के चेहरे और है-भाव को देखकर उसके अंदर होने वाले विचारों को पढ़ लेता है। जिसे हम माइंड रीडिंग की परिभाषा देते हैं।

माइंड रीडिंग कैसे सीखे?

माइंड रीडिंग क्या है यह सब जानने के बाद आपके मन में एक और प्रश्न है उठ रहा होगा कि अगर माइंड रीडिंग होती है तो आकर माइंड रीडिंग करते कैसे हैं तो अब हम आपको बता देते हैं कि माइंड रीडिंग कैसे सीखे इस बिंदु को समझने के लिए नीचे पढ़िए।

देखिये दोस्तों माइंड रीडिंग शुरू करने के लिए आपको शुरू से ही अपना समय माइंड रीडिंग यानी कि मेंटालिज्म बनने पर देना होता है। इसके लिए आपको माइंड रीडिंग के अलग-अलग पार्ट्स को सीखना है थोड़ा-थोड़ा सीखना बहुत ज्यादा जरूरी रहता है। यह थोड़ा-थोड़ा ठीक उसी प्रकार सीखना होता जिस प्रकार से एक स्कूल का बच्चा अपनी कक्षा के प्रत्येक विषय को थोड़ा-थोड़ा करके पढ़ लेते है, इन सभी सब्जेक्ट थोड़ा-थोड़ा पढ़ने के बाद हमें यह पता चलता है कि कौन से सब्जेक्ट में हम एक्सपट्र्स हैं। ठीक उसी प्रकार मेंटालिज्म के भी सभी पार्ट्स को थोड़ा-थोड़ा पढ़ना होता है जिसके बाद हमे डिसाइड करते हैं,कि आपको किस फील्ड में अपनी एक्सपर्टीज देना है। मेंटालिज्म को सीखने के सभी पार्ट्स को पढ़ने के तीन प्रमुख कारण है।

  1. कॉन्फिडेंस – कॉन्फिडेंस का मतलब है आगे बढ़ाना मतलब की आपको जब किसी भी फील्ड का अच्छे से ज्ञान हो जाता है तो आप उसे कर को अच्छे आत्मविश्वास के साथ कर सकते हैं इसलिए आपको मेंटालिज्म बनने के लिए कॉन्फिडेंस का होना बहुत जरूरी है।
  2. प्रदर्शन समर्थन – देखिए दोस्तों मेंटलिज्म एक ऐसी क्लास है। जिसमें आप पूरी तरह से खुद अकेले होते हैं। इसलिए आपको प्रदर्शन समर्थन पर बहुत ज्यादा ध्यान देना होता है इसमें आपको इस बात पर ध्यान देना होता है कि आपको में रीडिंग की सबसे छोटे प्रारूप से आपको अपनी कला को शुरू करना होता है। क्योंकि सबसे छोटे प्रारूप में यह कार्य करने से आपको किसी वस्तु और अन्य चीजों का सपोर्ट मिल जाता है जिससे आप फिर बदल करके दोबारा अपनी चीज को प्रूफ कर सकते हैं।
  3. Find Your Persona – प्रत्येक मेंटालिज्म का एक परफॉर्मेंस Persona होता है।इसमें माइंड रीडिंग करते समय आपके अंदर से एक Vibe आती है इसमे आपको यह सीखना होता है कि आप बात किस तरह से कर रहे हो ताकि आप दूसरे लोगों की पसंद को भी बदल सकें अपनी बातों के माध्यम से।

इसके अलावा आपको मेंटालिज्म सीखने के लिए आप जिस भी व्यक्ति के मन की बात को बताने की कोशिश कर रहे हैं उस व्यक्ति की आपके चेहरे के हाव-भाव, चेहरे की स्पष्ट,बोलने के ढंग,कपड़े पहनने का तरीका उसके पूरे शरीर की प्रत्येक मूवमेंट पर ध्यान देना होता है जिसकen आधार पर आप मेंटलिज्म में सीख सकते हैं।

कैसे पढ़ते है दिमाग

 माइंड रीडिंग में दिमाग को पढ़ाना एक कला है लेकिन यह बात पूरी तरह से कल पर निर्भर नहीं करती है साइंस विज्ञान कहता है कि प्रत्येक व्यक्ति का मस्तिष्क एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। इसी वजह से वह एक दूसरे की भावना को अच्छी तरीके से समझ पाते हैं इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रति व्यक्ति का दिमाग यानी कि मस्तिष्क एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। ऐसे में जब भी कोई व्यक्ति अपने शांत मन से किसी दूसरे व्यक्ति के मन के मन में झांकता है तो उसको ऐसी कुछ प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है। वह भाई सामने वाला व्यक्ति पढ़ लेता है और जो भी वह मन में सोचता है वह उसको पता चल जाता है।

इस तरह से ए प्रैक्टिकल भी कर सकते हैं कि कि आप अपने मन में किसी इस बात को सोचिए कि किसी को अपने कुछ पैसे उधार दे रखे हैं। इस तरह के विचार आते ही आपके मन में वह राशि आने लगती है जितने पैसे आपने  सामने वाले व्यक्ति को दे रखे हैं इस तरह से अगर कोई व्यक्ति आपके मन को अच्छी तरीके से पड़ता है तो उसे यह आभास होने लगता है कि वह किसी संख्या को अपने मन में सोच रहा है और फिर उन्हीं बातों को वह आपके सामने रख देता है।

माइंड रीडिंग में के बारे में इतनी सारी गलतफहमीयां क्यों?

हम आपको बता दें कि बहुत साल पहले एक फिल्म आई थी जिसका नाम था अराइवल ऑफ द ट्रेन यह फिल्म जिसकी पहली बार नागरिक ने देखी थी शुरू में वह एकदम से बहुत घबरा गए थे और बिल्कुल खामोश हो गए थे। क्योंकि उन्हें उसे मूवी को देखकर ऐसा लग रहा था कि यह ट्रेन बिल्कुल अब स्क्रीन के बाहर निकाल कर आ रही है और हमारे ऊपर चढ़ जाएगी।लेकिन आज के समय में ऐसी कोई मूवी बनती है तोहम बिल्कुल नहीं घबराते हैं क्योंकि उसके पीछे की हमें रीजन पता होते हैं उसमें हमें यह पता होता है कि इसके पीछे डायरेक्टर होता है एक स्क्रीन होती, कलाकार होता है एडिटिंग होती है, इन सभी बातों की जानकारी हमें आज के समय में है इसलिए अबहमें इस प्रकार की फिल्मों से डर नहीं लगता।मतलब कि यह सब एक कलाकारी का काम है यह तो आपको समझ में आ ही गया होगाइसलिए अब अगर आप इस तरह से कोई सीन देखते हैं तो आप आश्चर्यचकित नहीं होते हैं।

लेकिन क्यों।क्योंकि आपको सभी जानकारी का पहले से पता होता है, लेकिन जब भी आप किसी भी प्रकार का मैजिक देखते हो तो आप आश्चर्यचकित हो जाते हो, जबकि किसी भी प्रकार की पेंटिंग, मूवी या फिर डांस देखकर आश्चर्यचकित नहीं होते सिर्फ मैजिक देखकर आप आश्चर्यचकित हो जाते हैं क्यों क्योंकि आपको इसके पीछे की मेथड का पता नहीं होता है जबकि आप पेंटिंग,मूवी और डांस देख कर आश्चर्य नहीं होता क्योंकि आपको इसकी प्रोसेस पता है।लेकिन आपको मैजिक के बारे में किसी भी प्रकार की प्रक्रिया का पता नहीं होता है, जबकि यह भी एक आर्ट फॉर्म यानी कि कला ही है। और आपको जब भी इसके पीछे की पूरी प्रक्रिया को पता चल जाएगा तो आप इसमें किसी भी प्रकार का आश्चर्यचकित महसूस नहीं करेंगे। कहने का सीधा सीधा मतलब है कि आपको मैजिक के पीछे की पूरी प्रक्रिया पता न होने के कारण आश्चर्य होता है यानी की गलतफहमियां होती हैं।

क्या माइंड रीडिंग धोखाधड़ी है?

ओये मैजिक मैजिक कुछ नहीं होता यह सब एक हाथ की सफाई है, ऐ मैजिक दिखाने वाली सब स्कैम्मेर्स होते हैं, अरे यह मैजिक वगैरा तो सब धोखाधड़ी है। आपने भी यह शब्द बहुत बार सुन ही होगी या फिर आपने भी बहुत बार यह सोचा ही होगा या फिर कहा होगा।तो मैं आपको बता दूं कि आप बिल्कुल गलत सोच रहे हो क्योंकि माइंड रीडिंग यानी की मैजिक भी एक प्रकार की कल ही है। क्योंकि माइंड रीडिंग और मैजिक का काम ही होता है आपके दिमाग और दिल को छू लेना। जिससे कि आपका अच्छा मनोरंजन हो सके।

माइंड रीडिंग हमारे लिए धोखाधड़ी न होकर बल्कि एक प्रकार मोटिवेशनल वीडियो क्योंकि इससे हमें यह सीख भी मिलती है कि दुनिया में ऐसी कोई भी चीज नहीं है जो नाम हमको ना हो यानी कि सब कुछ की पॉसिबल है जिस तरह से यह एक मैजिक भी हो रहा है।

निष्कर्ष

तो दोस्तों आज हमने बताया कि रीडिंग क्या है कैसे करें और मैजिक क्या है, इस लेख में हम इस बात की जानकारी को भी प्राप्त कर चुके हैं कि क्या यह धोखाधड़ी है या नहीं है। इन सभी बातों को हमने विस्तार से आपको बताने का पूरा प्रयास किया।

आशा करता हूं कि आपको यह लेख काफी पसंद आया होगा, जबकि आपके किसी भी प्रकार के डाउट होगाआपके मन में इस को लेकर है तो आप हमें कमेंट करके इसकी जानकारी जरूर दें सकते है।

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