Elon Musk अपने दिमाग में लगवाएंगे ब्रेन चिप क्या?, हम इस आर्टिकल के माध्यम से न्यूरालिंक प्रोजेक्ट क्या है?, न्यूरालिंक चिप क्या मस्क अपने दिमाग में लगवाएंगे? क्या इस चिप को लगाना कितना सुरक्षित है? आदि के बारे में इस लेख में विस्तार से जानेंगे।
Contents
- 1 Elon Musk अपने दिमाग में लगवाएंगे ब्रेन चिप
- 2 न्यूरालिंक प्रोजेक्ट
- 3 न्यूरालिंक चिप (Device )क्या है?
- 4 मस्क के दिमाग में लगेगी चिप?
- 5 यह एक चिप लाएगी क्रांति
- 6 टेलीपेथी के द्वारा बंदर ने की टाइपिंग
- 7 क्या इसे लगाना सेफ होगा?
- 8 नेत्रहीन भी देख पाएंगे प्रोजेक्ट सफल हुआ तो
- 9 पिछले साल वीडियो में बंदर गेम खेलते दिखा
- 10 क्या Elon Musk अपने दिमाग में लगवाएंगे ब्रेन चिप
Elon Musk अपने दिमाग में लगवाएंगे ब्रेन चिप
SpaceX, Tesla और ट्विटर जैसी आदि कंपनियों के मालिक elon musk नई तकनीकों लाने में बेहद रुचि रखते हैं। मस्क की एक और कंपनी है जो जटिल तकनीकों के शोध पर काम करती है। वह कंपनी न्यूरालिंक है ।
न्यूरल इंटरफेस टेक्नोलॉजी वाली यह कंपनी अभी बहुत चर्चा में है। वजह है कि कंपनी ने जो तकनिकी की तैयार कर रही है उस तकनिकी को लोगों के दिमाग में डाला जा सकता है।
न्यूरालिंक प्रोजेक्ट
यह मानव विकलांगता को समाप्त करने में काफी सहायता करेगा। फर्क इतना है कि मस्क स्वयं इस चिप को अपने दिमाग में लगाना चाहते हैं।
न्यूरालिंक से जुड़ा एक वीडियो भी हमारे सामने आया था। जिसमें एक बंदर टाइप करने के लिए अपने दिमाग का उपयोग करता है। एलोन मस्क की कंपनी इस तकनीक पर लम्बे समय से काम कर रही है। आइए जानते हैं एलोन मस्क की कंपनी के द्वारा तैयार की गई अनोखी तकनीक के बारे में विस्तार से हम जानेंगे ।
न्यूरालिंक चिप (Device )क्या है?
न्यूरालिंक ने लगभग सिक्के के आकार का एक माइक्रो चिप (Device )बनाया है जिसे “लिंक” नाम दिया है। जो मस्तिष्क द्वारा की जाने वाली प्रत्येक गतिविधि रिकॉड एवं पढ़ सकती है।
यह चिप कंप्यूटर, मोबाइल फोन या किसी अन्य उपकरण को दिमाग द्वारा की जाने वाली प्रत्येक गतिविधि को न्यूरल इम्पल्स से सीधे नियंत्रित करने में सक्षम बनाता है। इसके द्वारा लोगों पाई जाने वाली अक्षमताओं को दूर करने में मदद करेगी।
इस चिप को दिमाग के उन क्षेत्रो में डाला जाएगा जो दिमाग के मूवमेंट को नियंत्रित करते हैं। इस चिप प्रत्येक एक थ्रेड में कई इलेक्ट्रॉड लगे होते है
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हर एक थ्रेड में कई इलेक्ट्रोड होते हैं और उन्हें “लिंक” नामक इम्प्लांट से जोड़ा जाता है। कंपनी ने बताया कि चिप की लिंक पर थ्रेड बहुत ही महीन और लचीले होते हैं कि उन्हें मानव हाथ के द्वारा से नहीं डाला जा सकता।
इसके लिए कंपनी ने एक रोबोटिक प्रणाली डिजाइन किया है जिसके द्वारा थ्रेड को मज़बूती से और कुशलता से चिप में लगाया जाता है। इस चिप की वजह से लकवाग्रस्त व्यक्ति स्मार्टफोन के साथ अपने दिमाग का उपयोग कर सकेगा। इस चिप के द्वारा दिमाग की मदद से यूजर्स हाथों के मुकाबले फोन से बहुत ही तेजी से काम कर सकेंगे।
एलन मस्क ने 2016 में भी इस चिप के बारे में बात की थी। न्यूरालिंक इस तकनीक पर बहुत समय पहले से काम कर रहा है। इससे पहले इससे जुड़े कुछ जानकारीयां सामने आयी हैं। न्यूरालिंक ने पहले प्रदर्शित कर चुका है कि कैसे चोर अपने बिना हाथों का उपयोग किए बिना पिंग पोंग का गेम खेल सकते हैं।
मस्क के दिमाग में लगेगी चिप?
कंपनी के अनुसार यह चिप आपके दिमाग में आने वाले समस्त विचारों को पढ़ सकती है। जिस व्यक्ति के दिमाग में यह चिप लगी होगी वह भी बिना कुछ बोले माइक्रोफोन में बोल सकेगा।
अब इस चिप की सहायता से यूजर्स स्मार्टफोन और कंप्यूटर डिवाइस को नियंत्रित कर सकते हैं। इस बारे में बताते हुए मस्क ने कहा, “हम इस चिप को मानव मस्तिष्क में डालने से पहले इस पर अभी ठीक से काम करने की जरूरत है।”
मस्क ने कहा कि आने वाले अगले 6 महीने में हम मानव मस्तिष्क में न्यूरालिंक चिप स्थापित कर सकते हैं। कंपनी के अनुसार यह तकनीक अंधापन, लकवा,स्मृति हानि और न्यूरोलॉजिकल आदि समस्याओं वाले लोगों की मदद कर सकेगी।

हालांकि मस्क ने इसके बारे में विशेष कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने दिलचस्पी जरूर जताई। उन्होंने एश्ली वेंस के द्वारा किये गये ट्वीट के जवाब में यह जानकारी दी है। इसका मतलब है कि एलोन मस्क ने अपने दिमाग में न्यूरोलिंक चिप लगाने की बात कही है।
ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा, ‘एलोन ने ब्रेन ट्रांसप्लांट का वादा किया था। उन्होंने कहा कि उनके दिमाग में एक चिप न्यूरोलिंक लगाई जाएगी। जिसके उचित परिणाम अभी तक हमारे सामने नहीं आए हैं इसलिए न्यूरोलिंक चिप अभी तक मानव मस्तिष्क में नहीं लगाई गई है। इसका जवाब मस्क ने हां में दिया है।
यह एक चिप लाएगी क्रांति
एलोन मस्क आर्टिफिशल इंटेलिजेंस को एक नए स्तर पर ले जाना चाहते हैं। उनका दावा है कि यह चिप दिव्यांगों खासकर नेत्रहीनों और पैरालाइज्ड लोगों के लिए एक वरदान बन जाएगी।
मान लीजिए कोई ब्यक्ति पैरालाइज्ड (लकवा ग्रसित ) जो अपनी उंगलियां तक को नहीं हिला सकता है। ऐसे स्तिथि में अगर ये चिप उसके दिमाग में लगा दी जाए तो तब वो इसकी सहायता से टाइपिंग, पेंटिंग और आपको ईमेल भेजने जैसे कार्य सकता है।
इसके लिए उसे हिलने डुलने की भी जरूरत नहीं होगी। वो बस अपने दिमाग से सोचेगा कि उसे क्या करना है और यह चिप उसके दिमाग में चल रहे विचार को पढ़ कर कंप्यूटर को चलाना शुरू कर देगी।
मस्क का दावा है कि आने वाले समय में वो इस चिप को इतना विकसित कर लेंगे कि इसकी सहायता से नेत्रहीन लोग देख सकेंगे और दिव्यांग चल सकेंगे।
टेलीपेथी के द्वारा बंदर ने की टाइपिंग
इवेंट में मस्क ने जॉयस्टिक का इस्तेमाल किए बिना एक बंदर का पिनबॉल खेलते हुए का वीडियो भी दिखाया है टेलीपेथी के द्वारा बंदर ने टाइपिंग भी की है । न्यूरालिंक टीम ने उसके सर्जिकल रोबोट को भी विकसित किया है इसमें दिखाया गया कि कैसे रोबोट पूरी सर्जरी को तैयार करता है।
क्या इसे लगाना सेफ होगा?
चिप इम्प्लांट करने में हमेशा जनरल एनेस्थेसिया से जुड़ा एक खतरा होता है। ऐसे में प्रोसेस टाइम को कम करके खतरे को कम किया जा सकता है। कंपनी ने इसके लिए न्यूरोसर्जिकल रोबोट तैयार किया है ताकि यह बेहतर तरीके से इलेक्ट्रोड को इम्प्लांट आसानी से कर सकें।
इसके अलावा, रोबोट को स्कल (खोपड़ी) में 25 मिमी डायामीटर के एक छेद के द्वारा थ्रेड लगाने के लिए तैयार किया गया है। ब्रेन में एक चिप लगाने से ब्लीडिंग का भी खतरा रहता है। कंपनी इस खतरे को कम करने के लिए माइक्रो स्केल थ्रेड्स का उपयोग कर रही है।
नेत्रहीन भी देख पाएंगे प्रोजेक्ट सफल हुआ तो
मस्क का यह प्रोजेक्ट कामगर हो गया तो जन्म से ही अंधे लोगों की आंखों में भी रोशनी लाई जा सकेगी। इस चिप की मदद की द्वारा वो देख सकेंगे। इसके साथ ही रीढ़ की हड्डी टूटने या फिर लकवे के कारण पूरी तरह अपंग हो गए लोगों को भी फिर से ठीक करने के लिए भी न्यूरालिंक की चिप वहुत ही कारगर साबित होगी।
एलन मस्क ने कहा कि मनुष्य के लिए आज आर्टिफिशिएल इंटेलीजेंस का मुकाबला करना बहुत अवश्यक हो गया है और इसके जोखिमों को कम करने के लिए हमें सख्त कदम उठाने होंगे
पिछले साल वीडियो में बंदर गेम खेलते दिखा
एलन मस्क कहा कि बोलने वाले इंडोनेटर इंडोनस द्वारा लकवा ग्रसित व्यक्ति बिना सोचे समझे बोल सकता है। इस तकनीक द्वारा लोगों और मशीन के बीच संदेश बदला जा सकता है। मास्क ने इसे और अन्य नई चीजें दिखाईं जो इसे नई बनाती हैं।
न्यूरालिन ने 2021 में वीडियो जारी किया था। जिसमें उनके मस्तिष्क के साथ एक और मस्तिष्क देखा गया था। कंपनी का कहना है कि एक बंदर के साथ चेतावनी दी गई है।
क्या Elon Musk अपने दिमाग में लगवाएंगे ब्रेन चिप
न्यूरालिंक क्या है ?
न्यूरालिंक ने लगभग सिक्के के आकार का एक माइक्रो चिप Device बनाया है जिसे लिंक नाम दिया है। जो मस्तिष्क द्वारा की जाने वाली प्रत्येक गतिविधि रिकॉड एवं पढ़ सकती है। यह मानव विकलांगता को समाप्त करने में काफी सहायता करेगा। फर्क इतना है कि मस्क स्वयं इस चिप को अपने दिमाग में लगाना चाहते हैं।