चंदा मामा दूर के… पूर के भूल जाइये भारत के लोग अब इस कहावत को, क्योंकि चंद्रयान-3 ने कर दीं है चांद पर सफल लैंडिंग
आज वह दिन आ ही गया जिसका इंतजार भारत का हर एक नागरिक कर रहा था जो है भारत के द्वारा चांद लड़ भेजे गये। मिशन चंद्रयान-3 की, जी हाँ! दोस्तों हम बात कर रहे है भारत के द्वारा चांद के लिए भेजा गया अब तक सबसे बड़ा चांद मिशन चंद्रयान-3 की, चंद्रयान-3 जो की करीब 40 दिन से चांद की और लगातार जा रहा था और अब हमें इंतजार था उसका चांद की धरती पर लैंड होने का जो इंतजार अब हमारा समाप्त हो चुका है। चंद्रयान-3 की चांद की सतह पर सफल लैंडिंग हो चुकी है। चंद्रयान का चांद की सतह पर लैंड होना भारतीय विज्ञान के लिए एक इतिहासिक दिन बन गया है, जिसे हर कोई याद जरूर करेगा।
भारत ने रच दिया इतिहास
इसरो ने आज के दिन अपना परचम लहराते हुए इतिहास रच दिया है। आज का दिन इसरो के इतिहास का अबार तक सबसे सुनहरा दिन बन गया है। जो की यह है की चंद्रयान-3 ने चन्द्रमा पर अपनी सफल लैंडिंग कर दीं है। इस लैंडिंग की सबसे बड़ी बात यह है की इसने अब इतिहास भी रच दिया है क्योंकि इससे पहले कोई भी देश चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपनी सफल लैंडिंग नहीं कर पाया था। भारत अब दुनिया का पहला ऐसा देश बन चुका है जो यहाँ पर अपना परचम लहरा चुका है।

जानकारी के लिए हम आपको बता दें की जैसे की इसरो ने बताया था की शाम को 6 बजे के बाद चंद्रयान-3 चांद की सतह पर उतरेगा, ठीक वैसे ही 6 बजकर 4 मिनिट पर चांद की सतह पर अपनी सफल लैंडिंग कर ली थी। भारतीय विज्ञान के इतिहास मे यह पल निश्चित ही इस दिन को सुनहरे अक्षर मे लिख दिया जायेगा।
Chandrayaan 3 नें चाँद की 25 km ऊपर से अभी अभी 3 फोटो भेजी