24-02-2023
धीरेन्द्र शास्त्री जी 'मेरे पागलो' अपने शिष्यों से कहते है , क्योकि उनके शिष्य उनसे बहुत प्यार करते है
इन बिगड़े दिमागों में भरे अमृत के अच्छे है हमे पागल ही रहने दो हम पागल ही अच्छे है
हालांकि धीरेन्द्र शास्त्री जी भी अपनी शिष्यों से प्यार करते है इसलिए भी गुरूजी पागल कहते है
पागलो शब्द का उपयोग मजाक में भी किया जाता है , कई बार टीचर भी विद्यार्थीओ से पागल कह देते है