मनीष कश्यप बिहार जाने माने पत्रकार , जोकि सच बोलने पर इनको जेल में डाल दिया है
मनीष पर आरोप है की इन्होने एक झूठी खबर फैलाई है इस कारण से इनको जेल में है लेकिन मुद्दा ये नहीं मुद्दा कुछ और है
मुद्दा बिहार सरकार का सीधे मनीष से है , लड़ाई news फ़ैलाने की नहीं है बल्कि लड़ाई तो पर्सनल है
क्योकि अगर लड़ाई फेक news फ़ैलाने का होता तो सबसे अमर उजाला, हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर को भी जेल में डालना चाहिए
ऐसे ही एक बार महाराष्ट्र में अर्नब गोस्वामी को भी सच बोलने पर जेल में डाला था और महाराष्ट्र सरकार को कोर्ट की बातें सुन्नी पड़ी थी
लेकिन जो मनीष के साथ जो हो रहा है इसका मतलब भारत के चौथे स्तम्भ पर हमला है