1 – एक लाल रंग का कपड़ा ले, 2 – एक नारियल ले, 3 – अर्जी को बांधना है,
हे बागेश्वर धाम प्रभु, हे बालाजी महाराज, हे सन्यासी बाबा, हे गुरुदेव भगवान, हे कलयुग के राजा, हमारी अर्जी स्वीकार करो, हमारी अर्जी स्वीकार करो, हे बागेश्वर बालाजी, आजीवन पर्यंत, आपके चरणों से आपके धाम से हम जुड़े रहेंगे, हम आते रहेंगे, परंतु हमारी अर्जी स्वीकार करो, जो भी प्रेत बाधा, तंत्र बाधा, रोग संकट आधि व्याधि हो, उसका निवारण करें, आपकी जय हो, आपकी जय हो, हे सन्यासी बाबा की सेना,
बागेश्वर धाम का सच क्या है ? जब एक व्यक्ति अपने आपको जानने लगता है Meditation करता है, ध्यान करता है और धर्म के मार्ग पर चलता है तो उसके अंदर कुछ ऐसी प्राकृतिक शक्तियां का आ जाती है जिनके द्वारा वह समस्त लोगों के विचारों को जान जाते है