धीरेन्द्र शास्त्री जी चाय के बहुत शौकीन है , ये आदत उनके दादा सन्यासी बाबा के कारण आई है
धीरेन्द्र शास्त्री जी जब छोटे थे तब दादा जी नारियल की टोकनी में से झूठी चाय पीलाते थे
इसी बात को याद करने के लिए और यही आदत की वजह से गुरूजी चाय बहुत ज्यादा पीते है
हालांकि श्री धीरेन्द्र शास्त्री जी कहते है की चाय को कम से कम पीना चाहिए