Savings account में Transaction लिमिट कितनी हो ताकि Income Tax से नोटिस ना आये | Transaction Limit For Income Tax 2023

Savings account में Transaction लिमिट कितनी हो ताकि Income Tax से नोटिस ना आये, Transaction Limit For Income Tax, UPI पर Transaction limit क्या है

दोस्तों तो केसे है आप लोग आज में आपको बताऊंगा की अपने bank में कितने Transaction करे ताकि आपको Income Tax डिपार्टमेंट से नोटिस न आए, में आज यहाँ पर Cover करूँगा की Cash पर डिपॉज़िट पर क्या limit है UPI Transaction कितना आप कर सकते है तो चलिए दोस्तों शुरू करते है.

Savings account में Transaction लिमिट कितनी हो ताकि Income Tax से नोटिस ना आये | Transaction Limit For Income Tax

दोस्तों सबसे पहली बात आती है आप समझये की आज कल सारा System Centralised हो चुका है अगर आपका किसी भी बैंक में खाता है तो उसकी Information, income Tax डिपार्टमेंट को है इसके पीछे रीज़न यह है बिना आधार कार्ड के कोई भी बैंक आज की डेट में आपका खाता नहीं खोलता.

आपका आधार कार्ड पेन कार्ड से लिंक रहता है आप कोई भी Transaction करते है तो Income Tax वालो को पता होता है तो आप यह भूल ना रहे की नहीं पता है, अब जो Income Tax नोटिस का जो नया फंडा है बो यह है की आप अपने Account में रेगुलर Transaction कर रहे है लेकिन अगर आप उसमे आप लगातार कर रहे की गेरकानूनी है,

तो यहां पर Income Tax आपको रोकता है और बो आपको एक नोटिस के जरिये यह कहना चहता है तो अगर आप जरुरत से ज्यादा Transaction करते तो, कही न कही आपको समस्या आ सकती है अब में आपको बताता हूँ Cash डिपॉज़िट Cash विथड्रॉल के क्या रूल है Income Tax के.

देखिये किसी फाइनेंसियल ईयर में या तो आपका Cash डिपॉज़िट 10 लाख से ज्यादा हो रहा है या Cash विथड्रॉल 10 लाख से ज्यादा हो रहा है उसकी जानकारी बैंक को, Income टैक्स डिपार्टमेंट को देनी होती है, और अगर आप Income टैक्स रिटर्न नहीं भर रहे है या काम भर रहे है तो हो सकता Income टैक्स आपको नोटिस दे अब में आपको और बिस्तार से समझाता हूँ की ये काम केसे करता है

Savings account में Transaction लिमिट कितनी हो ताकि Income Tax से नोटिस ना आये
Savings account में Transaction लिमिट कितनी हो ताकि Income Tax से नोटिस ना आये

State bank Of India

Case 1

मनके चलिए आपका खाता State बैंक में है आपने 12 लाख रुपए Cash डिपॉज़िट किया है एक फाइनेंसियल ईयर में और Cash विथड्रॉल 5 लाख रुपए दिया तो इसकी जानकारी income टैक्स डिपार्टमेंट में जाएगी और हो सकता है आपसे कुछ सबाल भी पूछे जाये,

Case 2

दूसरे केस में अगर अपने State बैंक में अपने तीन चार वार Cash डिपॉज़िट किया है 3 लाख या 4 लाख और cash विथड्रॉल किया है 5 लाख इस केस में भी आपकी जानकारी Income टैक्स डिपार्टमेंट में जायेगी

Case 3

अब तीसरे केस में आपने State बैंक में Cash डिपॉज़िट 5 लाख किया है और Cash विथड्रॉल 5 लाख किया है लेकिन आपका एक खाता PNB बैंक में और है उसमे अपने 7 लाख विथड्रॉल किया है मतलब आपने 10 लाख की लिमिट को ब्रीच किया है इस केस में भी income टैक्स आपको नोटिस दे सकता है.

जब भी नोटिस भेजा जाता है income टैक्स से तो income टैक्स डिपार्टमेंट आपसे क्लेरिफिकेशन पूछता है उनका मतलब यह होता है की की भाई सहाब आप Income टैक्स रिटर्न तो इतना भर रहे है लेकिन ट्रांसक्शन बहुत ज्यादा हो रहा है,

तो बो आपसे सबाल पूछेंगे, मानके चलिए अपने Cash डिपोसिट या विथड्रॉल किया है, तो आप ध्यान नहीं दे पाए Income टैक्स में तो Income टैक्स डिपार्टमेंट क्या कहता है की ये जो आप ध्यान नहीं दे पाए तो बो आपको ज्यादा पेनाल्टी काट सकते है.

Savings account में Transaction लिमिट कितनी हो ताकि Income Tax से नोटिस ना आये
Savings account में Transaction लिमिट कितनी हो ताकि Income Tax से नोटिस ना आये

Bank Loan पर लिमिट

अब आती है बैंक लोन देखिये अभी एक साल पहले एक नया नियम आया है अगर आप किसी बैंक या NBFC से लोन ले रहे है अगर बो 20 हजार से ज्यादा का है तो बह Account to Account ही ट्रांसफर होगा और बैंक आपको 20 हजार से ज्यादा लोन कैश नहीं देगा.

Cash Payment Credit कार्ड पर लिमिट

ये क्रेडिट कार्ड का उपयोग काफ़ी सारे लोग करते है और एक फाइनेंसीयल ईयर में आपने 1लाख से ज्यादा कैश में बिल Payment किया है तो हो सकता है आपके पास Income Tax डिपार्टमेंट से नोटिस आए,

Saving Account पर लिमिट

अब बात आती है सेविंग Account की इसकी बात करते है की इसमें हम कितने पैसे रख सकते है देखिये इसके पीछे कुछ लिमिट्स है नहीं जारी करी है लेकिन आप जितना भी बचत खाते में पैसा रख रहे है तो कोई ब्यक्ति 3 साल या 5 साल से रिटर्न भर रहा है,

अपने बचत खाते में, और आज की डेट में उसका 40 लाख Amount है खाते में तो उससे डिपार्टमेंट को कोई एतराज नहीं है अगर आप रिटर्न नहीं भर रहे है और आपके खाते में 10 लाख रुपए है तो ऐसे में डिपार्टमेंट आपको नोटिस भेज सकता है.

Cash Withdrawal पर Limit Income Tax 

अब हम आप करते है Cash विथड्रॉल की के कितने खाते से पैसे निकले जाए जिससे Tax न कटे यह बात नोटिस की नहीं हो रही है यह बात दूसरी है इसके अंदर दो केस होते है पहला जो ITR नहीं भरते और दूसरा जो ITR नहीं भरते जो लोग ITR नहीं भरते और पिछले 3 साल में ITR नहीं भारी अगर बो 20 लाख से ज्यादा का विथड्रॉल करंगे एक फाइनेंसियल ईयर मे तो 1 के बिच में करोड़ में 2% TDS कटेगा अगर 1 करोड़ से ज्यादा का विथड्रॉल करते तो 5% बैंक TDS काट के देगा.

UPI पर कितनी लिमिट Income Tax

अब हम बात करते है UPI की इसमें कितना ट्रांसक्शन करू की टैक्स ना भरना पड़े आपको अब अमीन बात करता हु की एक साल कितना Send और Receive करे ताकि Income Tax नोटिस ना आए इसको आप दो तरीके से समझिये,

 इंडिविजुअल- मतलब कोई ब्यक्ति अपने बचत खाते में ट्रांसक्शन कर रहा है देखिये अगर UPI आई के माध्यम से 5 लाख से Payment आ रहा है तो आपको टैक्स भरना पड़ेगा नहीं भरा तो नोटिस आ सकता है.

GST

अब हम बात करते GST की देखिए GST BHI बहुत ज्यादा दायरे में है मानके चलिए अगर आपके में 40 लाख से ज्यादा आपके में टार्नओवर हो रहा है आपके बैंक अकाउंट में  तो GST लेना अनिवार्य है अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आप प्रॉब्लम मे आ सकते है.

अगर ज्यादा पैसे निकाले या किया लेन-देन तो Income Tax से मिलेगा नोटिस जानें कैसे

आपके द्वारा खोलें गए बैंक अकाउंट में कितने पैसे है और आपने अपने बैंक अकाउंट से कैसा कितना लेन देन किया है इसका लेखा जोखा आयकर विभाग के पास पूरी तरह से होता है। इसके आलावा आप UPI का उपयोग करते है तो उस पर भी आय कर विभाग अपनी निगरानी बनाये रखता है।

 अगर आपके एक से अधिक बैंको में अकाउंट खुलें है तो भी आपके द्वारा जितनी भी बैंको में खाते खुले है उस पर आय कर विभाग पूरी तरह से अपनी नजर बनाये रखता है।

आयकर विभाग हमेशा उन ट्रांसक्शन  लेन देन पर नज़र रखता है जो अपनी लेन देन की सीमा से अधिक हुए है। जो गैर कानून के अंतर्गत आते है।

यह हमेशा निश्चित सीमा से अधिक हुए उच्च मूल्य के नकद लेन देन की निगरानी करता है। यदि आप अपने आयकर रिटर्न (आईटीआर) फाइलिंग में ऐसे सभी लेनदेन के बारें में पूरी जानकारी न दे पाए तो आपको आयकर विभाग के अधिकारियों से नोटिस मिल सकता है।

आय कर विभाग बैंक जमा, म्यूचुअल फंड निवेश, संपत्ति से संबंधित लेनदेन और शेयर ट्रेडिंग सहित उच्च मूल्य के नकद के लेन देन पर नजर बनाये रखता है। यदि आपके लेन देन सीमा एक निश्चित सीमा से अधिक है तो आपको सूचना प्राप्त करने से बचने के लिए आपको आय कर विभाग को सूचित करना चाहिए।

आयकर विभाग के कैश डिपाजिट एवं कैश विड्रॉल पर क्या क्या रूल है 

किसी भी फाइनेंसी वर्ष में या तो आपके द्वारा किया गया कैश डिपॉजिट 10 लाख से अधिक हो रहा है या कैश विड्रॉल 10 लाख से अधिक हो रहा है तो उसकी पूरी इनफार्मेशन बैंक को आय कर विभाग को देनी पडती है।

मान लीजिये अगर आप इनकम टेक्स रिटर्न नहीं भरते है या आप बहुत कम भर रहे हो। तो हो सकता है कि आय कर विभाग आपके नाम पर नोटिस जारी कर दें अब में इसको और उदाहरण में बारीकी तौर पर समझाता हुए यह किस तरिके से काम करता है।

 केस न.1

इस में एक ट्रांजेक्शन 2 लाख से अधिक है तो भी आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है। मान लीजिये आपका खाता 

स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में है 12 लाख का कैश डिपॉजिट आपने किया है। वो भी एक फाइनेंसियल वर्ष में और कैश विड्रॉल  5 लाख किया है। तो इसकी पूरी इनफार्मेशन आयकर विभाग के पास जायेगी। आयकर विभाग द्वारा आप से कुछ सवाल भी पूछे जा सकते है।

केस न.2

इस केस के अंतर्गत आपने  स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया से तीन चार बार में जैसे 3लाख,4लाख,5लाख एवं कैश विड्रॉल 5लाख किया है तो इस केस में भी आपके बैंक अकाउंट की इनफार्मेशन बैंक द्वारा आयकर विभाग को जायेगी।

केस न.3

इस केस में मानकर चलिए आपने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में कैश डिपॉजिट 5 लाख किया है और 5 के कैश विड्रॉल किया है तो लेकिन आपका एक खाता अन्य बैंक जैसे पंजाब नेशनल बैंक में और है उसमें से आपने 7 लाख कैश निकाला है  तो मतलब आपने 10 लाख का कैश विड्रॉल की लिमिट को पार किया है। तो इस केस में भी आपको आयकर विभाग आपको नोटिस भेज सकता है।

अब होता क्या है जब आयकर विभाग द्वारा आपके लिए नोटिस भेजा जाता है तो आयकर विभाग आपसे क्लेरिफिकेशन पूछा जाता है उनका मतलब यह होता है आप इनकम टेक्स रिटर्न इतने का भर रहे है लेकिन आपके बैंक अकाउंट में ट्रांजेक्शन बहुत हो रहे है।

 सबसे वो आपसे इसका जबाब मांगता है हो सकता है कि कुछ ऐसा हो जो की आपके ट्रेडिंग इस तरह का कोई बिजनेस हो और आप पूरी तरह से सही से कर पाए तो आपको अपना जबाब देना होता है।

 आपके द्वारा किया गया कैश डिपॉजिट एवं कैश विड्रॉल किया लिकिन अब उसका सही से एक्सप्लेन नहीं कर पाए आय कर विभाग को तो आयकर विभाग क्या कहता है कि यह जो एक्सप्लेन नहीं कर पा रहे है। ये आपके द्वारा किया गया अनएक्सप्लेन क्रेडिट है।

इसका मतलब बिल्कुल साफ है अब आयकर विभाग को पूरी छूट है। आयकर विभाग आप पर पेनल्टी चार्ज लगा सकता है।

धन्यवाद दोस्तों आपको हमारी Website पर आकर केसा लगा, हमें जरूर बताये.

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